देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार अभी थम ही रही है, इस बीच तीसरी लहर की संभावनाओं ने लोगों और सरकार की चिंताएं बढ़ा दी हैं। इस बार सरकार की चिंताएं बढ़ाई हैं कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट ने। फिलहाल तो कोरोना वायरस का ये वैरिएंट सिर्फ महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में मिला है लेकिन इसके तेजी से फैलने की आशंका जताई गई है। आइए जानते हैं कि आखिर कोरोना वायरस का नया डेल्टा प्लस वैरिएंट क्या है और क्यों इसे तीसरी लहर के पीछे का कारण माना जा रहा है ?
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क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट ?
देश में कोरोना का एक नया वैरिएंट सामने आया है जो पिछले डेल्टा वैरिएंट के काफी करीब है। इसे डेल्टा प्लस वैरिएंट नाम दिया गया है। ये डेल्टा वैरिएंट के म्यूटेशन से बना है। ये डेल्टा वैरिएंट का विकसित रूप है। डेल्टा वैरिएंट पहली बार भारत में ही पाया गया था। देश में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान वायरस की चपेट में आए ज़्यादातर लोग इसी वैरिएंट के शिकार हुए थे। कोरोना का डेल्टा वैरिएंट देश में दूसरी लहर के पीछे की वजह रहा था।
कितना खतरनाक है तीसरा वैरिएंट ?
कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को लेकर अभी ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है। इसे लेकर कई अध्ययन किए जा रहे हैं। भारत में इसके संक्रमण को लेकर अभी भी अध्ययन किया जा रहा है लेकिन सरकार ने कहा है कि स्पाइक प्रोटीन में म्यूटेशन के कारण इसके खतरनाक रूप धारण करने की आशंका जताई जा रही है। इस वैरिएंट की गंभीरता को देखते केंद्र ने उन तीन राज्यों को एडवाइजरी जारी कर जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है जहां इनके सबसे अधिक केस सामने आए हैं।
देश में अब तक कितने केस मिले ?
भारत में इसके कुल 22 केस मिले हैं। देश के तीन राज्यों में डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश में ये मामले सामने आए हैं। इसको लेकर इन तीनों राज्य सरकारों को अलर्ट रहने को कहा गया है। डेल्टा प्लस के भारत में जो मामले मिले हैं उनमें महाराष्ट्र के दो जिलों रत्नागिरी और जलगांव में 16 मामले आए हैं। बाकी 6 केस केरल और मध्य प्रदेश में मिले हैं। देश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट का पहला मामला मध्य प्रदेश के भोपाल में सामने आया। यहां एक 65 साल की महिला में य़े वैरिएंट पाया गया।
नए वैरिएंट को लेकर केन्द्र सरकार अलर्ट
केंद्र सरकार डेल्टा प्लस वैरिएंट के प्रसार को रोकने के लिए उसके मामलों की बारीकी से निगरानी कर रही है। सरकार के मुताबिक, अगर कोरोना को लेकर लोग उचित व्यवहार करें तो वायरस के प्रसार में कमी आ सकती है।सरकार की ओर से कहा गया है कि कोरोना की तीसरी लहर को रोकना हमारे हाथों में है। अगर हम अनुशासित रहते हैं, कोरोना से बचाव के नियमों का उचित तरीके से पालन करते हैं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगा दी जाती है तो तीसरी लहर को आने से रोका जा सकता है।
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