दिल्ली कोर्ट ने बाबा को दिया झटका, नहीं दिखा सकेंगे विज्ञापन
दिल्ली हाइकोर्ट ने बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद को साबुन का एड दिखाने पर रोक लगा दी है, ये कोई पहली बार नहीं है, इससे पहले भी पतंजलि पर कोर्ट ने साबुन का एड दिखाने पर रोक लगा दी थी।
डिटॉल को बदनाम कर रहा पतंजलि
आपको बता दें कि डिटॉल बनाने वाली कंपनी रेकिट बेनकीजर ने एक याचिका दायर कर कहा था कि पतंजलि साबुन का एड करके उसके ब्रांड की छवि खराब कर रहा है। रेकिट बेनकीजर ने याचिका में कहा है कि पतंजलि के विज्ञापन में जो साबुन दिखाया गया है वो शेप, साइज और कलर में डिटॉल साबुन जैसा है।
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नाम को गलत तरीके से दिखाया जा रंहा है
इसके अलावा पतंजलि के एड में डिटॉल को ढिटॉल बताया गया है। रेकिट बेनकीजर के वकील के मुताबिक हाईकोर्ट ने पतंजलि के साबुन पर अंतरिम रोक लगा दी है। बतौर वकील पतंजलि ने शुरू में इस विज्ञापन को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था, बाद में इसका कॉमर्शियल एड टीवी पर आने लगा।
दूसरे ब्रांडों को बदनाम करने की कोशिश
उन्होंने बताया कि जब इस मामले में हमने पतंजलि को ई-मेल भेजा तो कोई जवाब नहीं आया। आपको बताते हैं इस विवाद की शुरूआत पतंजलि के उन विज्ञापनों से हुई थी जिसमें हिन्दुस्तान यूनीलीवर लि. के साबुन ब्रांड का सीधे तौर पर नाम न लेकर दूसरे तरीके से उपभोक्ताओं को बताया जा रहा था कि केमिकल बेस्ड साबुनों का इस्तेमाल न करें। उनकी जगह पतंजलि आयुर्वेद के प्रॉड्क्टस अपनाएं। आपको बता दें कि एड में डिटॉल को ढिटॉल और पियर्स को टियर्स जैसे नामों से बताया जा रहा था।
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