बराला मामले पर दिल्ली विधानसभा में हंगामा
दिल्ली विधानसभा के मॉनसून सत्र का पहला दिन हंगामे के साथ शुरू हुआ और भाजपा सदस्यों ने चंडीगढ़ में एक आईएएस अधिकारी की बेटी का प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के बेटे द्वारा पीछा किए जाने के मामले पर चर्चा का जमकर विरोध किया। हंगामे के चलते अध्यक्ष को दो बार कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। पहली बार कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित की गई, जबकि दूसरी बार पूरे 30 मिनट सदन की कार्यवाही स्थगित रही।
बराला द्वारा पीछा किए जाने के मामले पर चर्चा करवाए जाने की मांग की
भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों ने अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा की मांग करते हुए एकसाथ नारेबाजी शुरू की, जिसके चलते अध्यक्ष को पहली बार सदन स्थगित करना पड़ा।इससे पहले विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल से चंडीगढ़ में आईएएस अधिकारी की बेटी वर्णिका कुंडू का भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला द्वारा पीछा किए जाने के मामले पर चर्चा करवाए जाने की मांग की गई।
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कुंडू का मामला बेहद गंभीर
इसका विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष विजेंदर गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में बीते रविवार को सीवर की सफाई के दौरान जहरीली गैस के चलते तीन सफाईकर्मियों की मौत के मुद्दे पर भी चर्चा होनी चाहिए।गोयल ने विजेंदर की आपत्ति पर कहा, “कुंडू का मामला बेहद गंभीर है। आप इसके महत्व का सम्मान नहीं कर रहे।”
सफाईकर्मियों की मौत पर चर्चा की मांग करने लगे
इतना सुनते ही विजेंदर ने दो अन्य भाजपा सदस्यों -जगदीश प्रधान और मनजिंदर सिंह सिरसा- के साथ अध्यक्ष के आसन की ओर जाकर नारेबाजी शुरू कर दी और सफाईकर्मियों की मौत पर चर्चा की मांग करने लगे।इस पर ‘वी स्टैंड फॉर वर्णिका’ नारे लिखी तख्तियां लिए आप के 10-12 सदस्य भी अध्यक्ष के आसन की ओर चले गए।गोयल ने सभी सदस्यों को अपनी-अपनी सीटों पर लौटने का निर्देश दिया।उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कुंडू मामले पर बोलने की कोशिश की, लेकिन हंगामे के बीच वह अपनी बात रख नहीं पाए।
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