ओवर पजेसिव पार्टनर को इस तरह करें डील …?

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यूं तो दुनिया में एक सच्चा प्रेम करने वाला पाना बेहद मुश्किल होता है, ऐसे बहुत कम ही लोग होते हैं जिन्हें सच्चा प्यार करने वाले मिलते हैं. लेकिन इसके बावजूद भी रिश्तों में किसी न किसी बात को लेकर क्लेश होना आम सी बात होती है, वो क्लेश एक समय के बाद खत्म भी हो जाते हैं. लेकिन जो क्लेश रिश्ते को बर्बाद कर देता है वो है प्रेमी या प्रेमिका का ओवर पजेसिव होना. यह स्वभाव कई बार दूसरे व्यक्ति के लिए काफी मुश्किलें खड़ी कर देता है. पजेसिव पार्टनर उसे कहते हैं जो अपने पार्टनर को किसी और से बात करता देख बर्दाश्त न कर सकें.

लेकिन कहा जाता है कि जिसे हम प्यार करते हैं उसके लिए पजेसिव होना आम सी बात होती है, लेकिन अगर कोई ओवर पजेसिव हो जाता है तो, मुश्किल की बात हो जाती है. इससे सामने वाले का रिश्ते में दम घुटने लगता है और कई बार यह रिश्ता टूटने की वजह बन जाता है. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि, हम सामने वाले को कैसे डील करें. इसके लिए हम कुछ टिप्स देने जा रहे हैं जिन्हें आप अपने पजेसिव पार्टनर के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

ओवर पजेसिव पार्टनर के लिए इस्तेमाल करें ये टिप्स

पार्टनर को सेफ फील करवाएं

असुरक्षित महसूस करना ओवरपजेसिव होने का सबसे बड़ा कारण होता है. पुरुष अपनी प्रेमिका को लेकर बहुत पजेसिव हो जाते हैं. वह डरते हैं कि उनकी प्रेमिका उन्हें कभी भी छोड़ कर न चली जाए और कहीं वह किसी बेहतर विकल्प को न चुन लें. इसलिए अपने पार्टनर को अपने व्यवहार और उपकरणों से सुरक्षित महसूस करवाएं, जिससे उनके मन में हर शंका दूर हो जाएगी.

पजेसिवनेस और प्यार का अंतर समझाएं

बॉयफ्रेंड को कई बार लगता है कि, उनकी प्रेमिका के बारे में हर बात जानना, जैसे वह कहां जा रही है, क्या खा रही है, कब सो रही है और किससे मिलती है, प्यार है. वह प्यार करने के कारण अपनी गर्लफ्रेंड की निजी स्वतंत्रता और जगह को नष्ट कर देते है. ऐसे में अपने प्रेमी को बताना चाहिए कि हर पल की खबर रखना या बहुत ज्यादा हक जताना प्यार नहीं है. इससे आपका रिश्ता भी खत्म हो सकता है.

एक दूसरे को समझने का प्रयास करें

लड़कियां अक्सर अपनी मेल दोस्तों को छोड़ने के लिए रेडी हो जाती हैं बशर्ते कि उनका प्रेमी भी किसी फीमेल दोस्त से बात नहीं करता हो. दोनों इस तरह की सहमति बनाकर अपना रिश्ता बनाए रखते हैं, लेकिन आप ऐसी सहमति कब तक निभा सकते हैं? हम सभी मनुष्य हैं, इसलिए हम निर्धारित नहीं कर सकते कि किससे दोस्ती करनी है या नहीं. ऐसे में, लड़कियों को अपने प्रेमी को अपने दोस्तों से मिलाने का प्रयास करना चाहिए, ताकि वे भी जान सकें कि आपके दोस्तों के बीच कैसे संबंध हैं. इससे वह काफी सुरक्षित महसूस करेंगे.

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अस्वीकार चीजों पर चर्चा करें

लड़कियां प्यार में अपने मन की बातें अपने प्रेमी से नहीं कह पाती हैं. लड़कियों को अपने प्रेमी से खुलकर बात करनी चाहिए. उन्हें बताइए कि, आपके अलावा भी एक दुनिया है. उन्हें लगता है कि उनकी जगह बाकी रिश्तों से अलग है. विश्वासी संबंध चलते नहीं हैं और पजेसिव नेचर के साथ संबंध केवल बिगड़ते नहीं बनते हैं.

 

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