अगरतला में चार पत्रकारों पर जानलेवा हमला, घेरा पुलिस मुख्यालय
इन दिनों देश के विभिन्न हिस्सों से पत्रकारों पर हमले के कई मामले सामने आ रह हैं. ऐसे में अगरतला से भी पत्रकारों पर हमले का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि, बीते दिनों अगरतला के चार पत्रकारों पर जानलेवा हमला किया गया था, जिसमें पत्रकार बुरी तरह से जख्मी हो गए थे. वहीं यह मामला सामने आने के बाद अगरतला के पत्रकार संगठनों आक्रोशित हो उठे और भारी संख्या में पत्रकारों ने त्रिपुरा पुलिस मुख्यालय को घेर लिया और जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी.
वरिष्ठ पत्रकार सनित देबरॉय ने दी जानकारी
वहीं पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित पत्रकारों में से वरिष्ट पत्रकार सनित देबरॉय ने बताया कि, ‘रविवार की देर रात एक कार से जा रहे कुछ गुंडों और मोटरसाइकिलों पर आए कुछ लोगों ने पूर्वी अगरतला पुलिस स्टेशन जा रहे पत्रकारों के एक समूह को रोका. इसके बाद बदमाशों ने उनकी बुरी तरह पिटाई की. पूर्वी अगरतला पुलिस स्टेशन की पुलिस मौके पर पहुंची और उस वाहन के चालक को हिरासत में ले लिया, जिससे हमलावर आए थे, लेकिन अन्य गुंडे भाग निकले.
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प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों की मांग
वहीं पुलिस मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे पत्रकारों में शामिल पत्रकार प्रणब सरकार ने अपनी मांगो को लेकर कहा है कि, पुलिस देर रात तक काम करने वाले पत्रकारों और मीडियाकर्मियों को सुरक्षा सुनिश्चित कराएं. वही द इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित हुई खबर में बताया गया है कि, बीते पांच सालों में अब तक कुल 47 पत्रकारों पर जानलेवा हमले किए गए हैं, जिसमें से तीन मीडिया कार्यालय पर हमले भी शामिल हैं.
वही साल 2017 में काम से लौट रहे दो पत्रकारों की हत्या कर दी गयी थी. शिकायत के बावजूद किसी भी मामले में अपराधियों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की गयी. वहीं हालिया हमले की बात करें तो, पत्रकारों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देते हुए महानिदेशक अनुराग ने कहा है कि, ‘मुख्यमंत्री मणिक साहा ने कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए उन्हें खुली छूट दी है.