बरसात में सीलन और टपकती छत बनती है मुसीबत तो, इस मानसून से पहले करले ये काम

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रूह तपा देने वाली गर्मी से राहत पाने के लिए हर कोई बारिश का इंतजार करता है और अब तो मानसून का भी आगमन हो गया है. हालांकि, अभी कुछ हिस्सों में अभी मानसून नहीं पहुंचा है , लेकिन बहुत जल्द ही उन हिस्सों में भी मानसून पहुंचने वाला है. ऐसे में बरसात का मौसम कुछ लोगों के लिए मनोरम होता है, लेकिन कई लोगों के लिए यह मुसीबत का सबब बन जाता है. क्योकि उनके घर की छत और सीलन से गिरता पानी परेशान करता है और ये लोग इसलिए परेशान होते हैं क्योकि ये लोग मानसून के इंतजार में कई महत्वपूर्ण तैयारियां भूल जाते हैं.

इसलिए बारिश का सुहाना मौसम मुसीबत बन जाता है. बारिश आने से पहले कुछ आवश्यक काम कर लिए जाएं तो सीलन की समस्या से बच सकते हैं. इसलिए, हम आपके लिए कुछ ऐसे ही सुझावों को लेकर आए हैं, जो आपकी छत से टपकते पानी की समस्या से छुटकारा दिलाएंगे…

सीलन और टपकती छत से छुटकारे के लिए अपनाएं ये टिप्स

छत-दीवार प्रोटेक्ट करें

मानसून के दौरान तेज या नियमित बारिश से घर में सीलन होने का खतरा रहता है. सावधान रहें अगर छत से पानी गिरता है, यदि छत पर परमानेंट प्लास्टर नहीं है तो सीमेंटेड प्लास्टर लगाएं. वर्षा से बचने के लिए घर की दीवारों पर प्लास्टर भी लगाएं.

दीवार और छत के क्रैक को करें सही

टपकती छत कई लोगों के घरों में सीलन की एक बड़ी वजह होती है, इसलिए बारिश के मौसम में छत और दीवार के कोने-कोने को भी अच्छे से देखें. जब आप डिश एंटीना या कोई और सामग्री लगाते हैं, तो वॉटरप्रूफ कंपाउंड भी लगा दें. ऐसा करने से घर नमी से सुरक्षित रहेगा और सीलन नहीं आएगा.

रेलिंग को ढकें

वहीं छत के जंगले या रेलिंग से बारिश का पानी आ सकता है, इसके लिए फाइबर की सीट लगाना एक सस्ता और टिकाऊ उपाय है. अगर आपके पास पर्याप्त धन नहीं है, तो प्लास्टिक शीट या तिरपाल का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप रेलिंग को लंबी प्लास्टिक शीट से कवर कर सकते हैं, जिससे घर में पानी नहीं जाएगा.

ड्रेनेज पाइपों को चेक करें

सीलन का कारण भी बारिश का पानी निकालने के लिए लगाया जाने वाला ड्रेनेज पाइप हो सकता है, क्योंकि पाइप में कचरा फंसने से पानी सही तरीके से बाहर नहीं निकलता, जिससे वह जमा हो जाता है और सीलन हो जाती है. यही कारण है कि आपको ड्रेनेज पाइप की जांच करके उसे साफ करना चाहिए. ताकि बारिश का पानी आराम से पाइप के मा्ध्यम से निकल सके.

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टाइल्स पर ध्यान दें

यदि छत के टाइल्स टूट जाएँ तो बारिश का पानी भी अंदर जा सकता है. ऐसे में वर्षा से पहले ही इन्हें बदला लें. वहीं, पानी की टंकी में लीकेज होने से छत पर पानी जमा रहता है. छत पर पानी लंबे समय तक रहने से सीलन हो सकता है. पानी की टंकी में कोई समस्या होने पर प्लंबर को फोन करके ठीक करवा लें.

 

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