दलित पर दांव की तैयारी में शाह, करेंगे दलित सम्मेलन
भारतीय जनता पार्टी दलितों पर बड़ा दांव खेलने की तैयारी में है। इसकी तैयारी के लिए पूरे जी जान से लग गई है। लोक सभा चुनाव से पहले दलितों के बीच पैठ बनाने की जुगत में लगी हुई हैं। इसके चलते भाजपा के चाणक्य कहे जाने वाले राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दलित सम्मेलन करके दलितों को अपने पाले में करने की तैयारी में हैं।
अनुसूचित जाति मोर्चे को भी सक्रिय कर दिया है
इसके लिए 23 दिसबंर को लखनऊ में दलित सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। इस सम्मेलन को कोई और नहीं बल्कि खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह संबोधित करेंगे। इसके लिए भाजपा ने अनुसूचित जाति मोर्चे को भी सक्रिय कर दिया है।
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शाह कांशी राम स्मृति उपवन में दलितों को संबोधित करेंगे। भाजपा ने अनूसूचित जाति मोर्चे को दलितों के लिए काम करने की जिम्मेदारी दी है। सरकार को सभी कामों को बाकायदा एकत्र करके उसकी किताबें और पम्फलेट पार्टी की ओर से तैयार कराए जा रहे हैं।
कैसे ये योजनाएं दलितों और पिछड़ों को लाभ पहुंचा रही हैं
इतना ही नहीं गांव गांव जाकर सारे भाजपा के सारे कामों को बताया जाएगा। इतनी ही नहीं प्रधानमंत्री ने जिन योजनाओं को चलाया है कैसे ये योजनाएं दलितों और पिछड़ों को लाभ पहुंचा रही हैं। ये सारी जिम्मेदारी मोर्चे को दी गई है।
साथ ही आने वाले समय में दलितों के बीच क्या काम होंगे इसे भी तय करने के लिए अनुसूचित जाति मोर्चे की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक भी 22 दिसंबर को होगी। इस बैठक में दलितों के बीच भाजपा की पैठ बढाने के लिए तरीकों की तलाश की जाएगी कि कैसे और किन तरीकों से दलितों के बीच भाजपा की पैठ बनाई जा सके।
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