कानपुर में फिर ट्रेन उड़ाने की साजिश, ट्रैक पर मिला गैस सिलेंडर…
जानें कौन रच रहा है रेल हादसों की घटिया साजिश ?
नए साल की शुरूआत के साथ ही देश में अभी तक सात बड़े हादसे हुए हैं. इनमें 4 स्थानों पर ट्रेन पटरी से उतर गई जबकि कुछ रेल हादसों की साजिश रची गई. वहीं कुछ हादसे बच गए. रेल हादसे की साजिश का एक ऐसा ही मामला यूपी के कानपुर से एक बार फिर से सामने आया है, जहां पर ट्रेन को धमके से उडाने की साजिश रची गई थी. कानपुर देहात जिले के रेलवे ट्रैक पर एक छोटा गैस सिंलेडर मिला है, जिससे ट्रेन के टकराने पर बड़ा हादसा हो सकता था. लेकिन लोको पायलट की सूझ बूझ से यह हादसा टल गया है.
जानकारी के अनुसार, प्रयागराज डिवीजन के नॉर्थर्न सेंट्रल रेलवे के पेरम्बूर रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर एलपीजी का छोटा सिलेंडर मिला था. कुछ ही देर में मालगाड़ी यहां से गुजरने वाली थी, लेकिन लोको पायलट ने पहले ही इस सिलेंडर को देख ट्रेन रोक दिया, जिससे एक बड़ा हादसा बच गया. इससे पहले कानपुर में ही कालिंदी एक्सप्रेस को धमाके से उड़ाने की साजिश रची गई थी, जिसके लिए रेलवे ट्रैक पर एलपीजी सिलेंडर रख दिया गया था. इसके अलावा रेलवे लाइन पर पेट्रोल और बारूद भी बरामद हुआ था.
रेलवे पुलिस ने कही ये बात
वहीं इस मामले पर रेलवे सुरक्षा बल के एसपी ने बताया है कि, ”रेलवे ट्रैक पर पांच किलो की क्षमता वाला एलजीपी का खाली सिलेंडर रखा पाया गया है. उन्होंने बताया कि ट्रेन की स्पीड काफी धीमी थी. लोको पायलट ने जब सिलेंडर को देखा तो इमरजेंसी ब्रेक लगाई और उसके बाद अधिकारियों को इसकी सूचना दी. इस मामले में आरपीएफ ने जांच शुरू कर दी है. साथ ही इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को भी दी गई है.”
इससे पहले इन गाडियों को उड़ाने की रची गई साजिश
बीते लंबे समय से रेल हादसे को अंजाम देने के लिए कई रेलों के लिए साजिश रची गई है. ऐसे में आइए जानते हैं कब – कब रची गई रेल हादसे की साजिश…
कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को उड़ाने की रची गयी थी साजिश
बीती आठ सितंबर की रात करीब 8.30 बजे कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन को धमाके के साथ उडाने की साजिश रची गयी थी. जयपुर से भिवानी की ओर जाते हुए कालिंदी एक्सप्रेस रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस से भरे सिलेंडर टकराई थी, जिसके बाद जोर की आवाज हुई थी. इतना ही नहीं घटनास्थल पर पेट्रोल की बोतल और माचिस भी मिली थी. इस मामले की जांच एनआईए को सौंपी गयी थी. इसके अलावा यूपी एटीएस, पुलिस और जीआरपी भी इसकी जांच कर रही है.
अजमरे में ट्रेन पलटने की थी साजिश
कानपुर की घटना के तीसरे दिन यानी 10 सितंबर को राजस्थान के अजमेर में मालगाड़ी पलटने की साजिश रची गयी थी. अजमेर के सरधना में रेलवे ट्रैक पर सीमेंट का करीब 70 किलों के दो ब्लॉक रखकर मालगाड़ी को पलटने का प्रयास किया गया था. शुक्र रहा कि, ट्रेन सीमेंट ब्लॉक को तोड़ती हुई निकल गई और किसी प्रकार का कोई हादसा नहीं हुआ. हालांकि, इसको लेकर भी पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी और जांच चल रही है.
साबरमती एक्सप्रेस साजिश का हुई थी शिकार
इससे पहले 17 अगस्त की रात साबरमती एक्सप्रेस (19168) के 22 डिब्बे इंजन समेत पटरी से नीचे उतर गए थे. यह ट्रेन वाराणसी से अहमदाबाद जा रही थी. हादसे में घायल ट्रेन ड्राइवर ने बताया कि, बोल्डर के इंजन से टकराने से हादसा हुआ क्योंकि इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह से मुड़ गया था. इस घटना की जांच चल रही है.
कौन रच रहा है हादसे की साजिश ?
इस तरह के लगातार सामने आते मामलों में यह बड़ा सवाल है कि, आखिर रेल हादसों की साजिश कौन रच रहा है ? जांच कर रही पुलिस इस तरह की साजिश के पीछे किसी आतंकी संगठन का हाथ होने की बात कर रही है, लेकिन जब तक यह बात साफ नहीं हो जाती तब तक कुछ भी कह पाना मुश्किल है. दूसरी ओर इस तरह की साजिश आमजन के लिए बहुत बड़े खतरे का संकेत है.