सुप्रिया श्रीनेत ने ‘खान सर’ के वीडियो को बताया ‘घटिया’, गिरफ्तार करने की मांग
संघ लोकसेवा आयोग की परीक्षा (यूपीएससी एग्जाम) की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स के पसंदीदा ‘खान सर’ एक बार फिर बड़ी मुसीबत में फंस गए हैं. अशोक कुमार पांडेय नाम के एक ट्विटर यूजर ने खान सर का एक वीडियो ट्वीट कर गिरफ्तारी की मांग की है. उस वीडियो को कोट करके कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने ‘निहायत ही घटिया’ बताया है. इस वीडियो में खान सर द्वारा स्टूडेंट्स को द्वंद्व समास समझाने का उदाहरण ही उनकी मुसीबत का कारण बन गया है.
दरअसल, अशोक कुमार पांडेय नाम के एक ट्विटर यूजर ने खान सर के वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा
‘इसे नीचता की हद कहते हैं. ऐसे लोग शिक्षा का धंधा करते हुए समाज में नफरत फैलाने वाले घटिया धंधेबाज हैं. इस आदमी को तुरंत गिरफ्तार होना चाहिए.’
अशोक के ट्वीट को कोट करते हुए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा
‘घटिया निहायत ही घटिया – इसे गिरफ़्तार करना चाहिए और जो अट्टहास कर रहे हैं इनकी भद्दी बेहूदा बातें सुन कर उनको सोचना चाहिए – कि क्या बन रहे हैं हम?’
घटिया निहायत ही घटिया – इसे गिरफ़्तार करना चाहिए
और जो अट्टहास कर रहे हैं इनकी भद्दी बेहूदा बातें सुन कर उनको सोचना चाहिए – कि क्या बन रहे हैं हम? https://t.co/txyLtHEjzn
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) December 4, 2022
क्या है खान सर का वीडियो…
वीडियो में खान सर स्टूडेंट्स को द्वंद्व समास समझा रहे हैं. उन्होंने कहा कि द्वंद्व समाज में एक ही शब्द का अलग-अलग वाक्यों में भावार्थ बदल जाता है. उन्होंने इसे समझाने के लिए जो उदाहरण देते हुए कहा सुरेश ने जहाज उड़ाया, का मतलब कुछ और है. वहीं, अब्दुल ने जहाज उड़ाया का मतलब कुछ और ही निकलता है.
जानिए खान सर के बारे में…
खान सर का जन्म यूपी के गोरखपुर में दिसंबर, 1992 को हुआ था. उनका असली नाम अभी तक किसी को नहीं पता है. हालांकि, कुछ स्टूडेंट्स उन्हें अमित सिंह और कुछ फैसल खान के नाम से जानते हैं. उन्होंने अपना नाम, मोबाइल नंबर और घर का पता नहीं बताने की शर्त पर एक कोचिंग में पढ़ाना शुरू किया था. खान सर ने वर्ष 2019 में अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था. कोरोना के दौरान उनके चैनल के सब्सक्राइबर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ. अब उनके 17 मिलियन से भी ज्यादा यूट्यूब सब्सक्राइबर्स हैं.
खान सर का दावा है कि उन्हें पढ़ाने के लिए 107 करोड़ रुपये के पैकेज का ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने गरीब बच्चों के लिए इसे ठुकरा दिया. उनका कहना है कि फीस ना दे पाने से ऐसा ना तो कभी हुआ है और ना ही कभी होगा कि कोई बच्चा सेंटर से बिना पढ़े लौट जाए. उन्होंने बताया कि उनकी कोचिंग में साल भर का खर्चा 12 से 14 हजार रुपये ही है. वर्तमान में पटना में खान सर अपना ‘खान जीएस रिसर्च सेंटर’ चलाते हैं. उनके मजाकिया अंदाज में पढ़ाने के कारण स्टूडेंट्स उन्हें बहुत पसंद करते हैं.
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