450 कमांडो करेंगे ताजहमल की निगहबानी !
दुनिया के सात अजूबों में शुमार रखने वाले और प्यार की निशानी कहा जाने वाले ताज की सुरक्षा के लिए कमांडो तैनात किए जाएंगे। ताजमहल का निर्माण शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज की याद में बनवाया था। इसे बनाने में एक लंबा समय लगा था और करीब 22 हजार मजदूरों ने इसके निर्माण में काम किया था। ताजमहल अब कमांडो के सुरक्षा घेरे में रहेगा। 450 कमांडो ताज की सुरक्षा करेंगे। सभी ताज के अंदर और यमुना नदी के किनारे तैनात किए जाएंगे। इन्हें देखकर पर्यटकों में दहशत न फैले, पर्यटक आराम से ताज का दीदार करें, इसके लिए कमांडो सादी वर्दी में तैनात होंगे।
एएसआई को सीआईएसएफ ने पत्र लिखकर की है मांग
ये कमांडो पर्यटकों के बीच में ही घूमेंगे। किसी अप्रिय घटना पर तुरंत एक्शन में आ जाएंगे। ताज में तैनात केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने ये कमांडो तैयार किए हैं। सीआईएसएफ ने हाल ही में ताज की सुरक्षा बढ़ाने के लिए आर्कलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) को एक पत्र लिखा है।
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बुलेट प्रूफ मोर्चा और गश्ती दल तैनात करने की मांग
पत्र में ताज की सुरक्षा को यमुना नदी की ओर से खतरा बताया है। साथ ही नदी की ओर से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। सीआईएसएफ के मुताबिक नदी की तरफ से ताजमहल पर हमले की स्थिति में पूर्वी और पश्चिमी किनारे पर मौजूद सुरक्षा इंतजाम नाकाफी हैं। इसलिए दोनों किनारों के बीच करीब एक दर्जन बुलट प्रूफ मोर्चा और गश्ती दल तैनात करने का फैसला लिया गया है।
55 कैमरे भी करेंगे निगरानी
ताजमहल में इस वक्त 21 सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं। लेकिन सीआईएसएफ की नई सिफारिशों के अनुसार अब इन कैमरों की संख्या बढ़ाकर 55 की जाएगी। यमुना नदी के किनारों की ओर भी कैमरे लगाए जाएंगे।
साभार- न्यूज18