प्रदेश में नौकरी की नहीं योग्य उम्मीदवारों की कमी है : सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ शनिवार को एक बयान देकर विपक्ष के निशाने पर आ गए है। सीएम योगी ने बयान दिया था कि राज्य में नौकरियों की कमी नहीं बस योग्य उम्मीदवार(candidates) की कमी है।
उनके इस बयान पर कांग्रेस के प्रवक्ता डॉ उमा शंकर पांडे ने कहा है कि यूपी के सीएम के इस बयान ने पूरे प्रदेश के बेरोजगार युवाओं का अपमान किया है। सीएम योगी को ये पता नहीं है हर साल उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक आईएएस देता है।
बेरोजगार युवाओं के मुंह पर जोरदार तमाचा मारा है
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पांच करोड़ युवा बेरोजगार है और प्रदेश के सीएम को उन पांच करोड़ युवाओं में से उन्हें कोई काबिल उम्मीदवार नहीं मिल रहे है। ऐसा बयान देकर सीएम योगी ने प्रदेश के बेरोजगार युवाओं के मुंह पर जोरदार तमाचा मारा है।
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डॉ. पांडेय ने कहा कि इलाहाबाद विश्वविद्यालय अब तक सबसे अधिक आईएएसए, आईपीएस एवं अन्य सिविल सर्विसेज में बढ़त बनाए हुए है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, आईआईएम लखनऊ, आईआईटी कानपुर, इलाहाबाद का मोतीलाल इंजीनियरिंग कॉलेज, गोरखपुर का मदन मोहन इंजीनियरिंग कॉलेज, पीजीआई-लखनऊ जैसी कई संस्थाएं उप्र में हैं।
प्रदेश में लोकतंत्र नहीं, नादिरशाही है
जो होनहार छात्रों को प्रतिवर्ष प्रदेश एवं देश की सेवा के लिए तैयार करती हैं और मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि यहां पर ‘योग्य युवाओं की कमी है’। उन्होंने कहा, “प्रदेश सरकार अपनी अकर्मण्यता को छुपाने के लिए इस तरह के अनाप-शनाप बयान दे रही है। आज ही समाचारपत्रों में 46 हजार शिक्षकों की भर्ती करने के बजाय 9 हजार को निकालकर यह दिखा दिया है कि प्रदेश में लोकतंत्र नहीं, नादिरशाही है।
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