बनारस की बदलती तस्वीर देखने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। सीएम ने जिले में चल रही 9259 करोड़ रूपये की 136 परियोजना की समीक्षा की। इसमें से 401.93 करोड़ रुपये की 26 परियोजनाएं इसी महीने के अंत तक पूरी हो जाएंगी। 7.74 करोड़ रुपये की 2 परियोजनाएं नवंबर और 915.39 करोड रुपये की 25 परियोजनाएं इसी वर्ष दिसंबर महीने तक पूर्ण हो जाएंगी। जबकि 3396.26 करोड़ रुपये की 39 परियोजनाएं अगले वर्ष मार्च, 1827.94 करोड़ रुपये की 39 परियोजनाएं दिसंबर 2021 तथा 2710.46 करोड़ रुपये की 5 परियोजनाएं दिसंबर 2021 के बाद पूर्ण हो जाएंगी।
अब तक ये परियोजनाएं हो चुकी हैं पूरी
अब तक पूर्ण हो चुकी परियोजनाओं में बीएचयू में 45 करोड़ रुपये लागत का 100 बेडेड एमसीएच विंग, 60.63 करोड़ रुपये से 80 अध्यापकों के आवास, 29.63 करोड़ रुपये से रीजनल आर्थ्रोलॉजी विंग, 19 करोड़ रुपये के गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के विभिन्न स्थिति आदि कार्य, सेवापुरी ब्लाक में वृहद गौ संरक्षण केंद्र, केंद्रीय कारागार की बाउंड्री वाल, एयरपोर्ट पर यात्री निवास ब्रिज, 18.46 करोड़ रुपये से श्री लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल रामनगर का अपग्रेडेशन, सीड स्टोर निर्माण, आईपीडीएस फेस-2 के 118.20 करोड़ रुपये के विद्युत के कार्य, राजकीय बालिका पॉलिटेक्निक में बिल्डिंग निर्माण, 8.75 करोड़ रुपये से स्पोर्ट्स स्टेडियम में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास कार्य, सारनाथ में लाइट एंड साउंड शो, पंडित दीनदयाल अस्पताल में 50 बेडेड महिला विंग निर्माण, शहर के 21 रोड जंक्शन के विकास कार्य, वाराणसी शहर मे 23 करोड़ रुपये से स्मार्ट लाइटिंग कार्य, साधन सहकारी समिति कपसेठी में 100 मेट्रिक टन गोदाम निर्माण, 108 सामुदायिक शौचालय, 105 आंगनवाड़ी केंद्र, ग्राम पंचायतों में बने 101 गौशालाओं आदि कार्य पूर्ण हो चुके हैं। अवशेष निर्माणाधीन कार्यों को समय सीमा व गुणवत्ता के साथ चरणबद्ध रूप में पूरा किया जा रहा है।
हाइवे के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश
804 करोड़ रुपये लागत की सुल्तानपुर- वाराणसी के फोरलेन चौड़ीकरण राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना का कार्य इसी वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्ण हो जाएगा। 785 करोड़ रुपये की फोरलेन चौड़ीकरण घाघरा ब्रिज-वाराणसी सेक्शन परियोजना भी इसी वित्तीय वर्ष के अंत तक पूर्ण होकर जन सेवा को समर्पित होगी। वाराणसी- गाजीपुर फोरलेन चौड़ीकरण सड़क जिसकी परियोजना लागत 868.50 करोड़ रुपये हैं, भी मार्च, 2021 तक पूर्ण हो जाएगी। वाराणसी के रिंग रोड फेज-2 की 1354.67 करोड़ रुपये की परियोजना पर तेजी से कार्य हो रहा है। अगले वित्तीय वर्ष के अंत तक यह पूर्ण हो जाएगा। राजमार्गों के ये चौड़ीकरण वाराणसी के रोड कनेक्टिविटी में मील के पत्थर साबित होगे। पंचकोसी परिक्रमा मार्ग, भिखारीपुर तिराहे से एनएच-2 तक चौड़ीकरण, कैंट से पड़ाव मार्ग का चौड़ीकरण की तीनों परियोजनाएं 144 करोड़ रुपये की इसी वर्ष दिसंबर, 2020 तक पूर्ण हो जाएंगी।
पूर्वी उत्तर प्रदेश को चिकित्सा का हब बनाने की कोशिश
बेहतर चिकित्सा व्यवस्था की दृष्टि से वाराणसी पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित इससे जुड़े प्रदेशों के लिए चिकित्सा का हब बन गया है। बीएचयू में चिकित्सा विंग के विस्तारीकरण, मौलाना साद ट्रामा सेंटर व कैंसर इंस्टिट्यूट के विस्तारीकरण के अलावा विभिन्न राजकीय व मंडलीय चिकित्सालयों सहित ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था का विस्तार व नवीनतम टेक्नोलॉजी युक्त बनाया जा रहा है। काशी के प्रसिद्ध गंगा घाटों को सुदृढ़ीकरण कराकर पर्यटकों के लिए आकर्षण बनाया जा रहा है। गंगा की स्वच्छता, निर्मलता व अविरलता हेतु विभिन्न एसटीपी का निर्माण, ट्रांस वरुणा सीवरेज, हाउस सीवरेज का एसटीपी से कनेक्शन आदि पर योजनाएं लागू की गई हैं।
इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करने पर जोर
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विशेष रूचि एवं संदेश तथा केंद्र व राज्य सरकार के संयुक्त क्रियान्वयन से वृहद स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ। फलस्वरुप वाराणसी कई क्षेत्रों पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित यहां से जुड़े अन्य प्रदेशों के लिए स्वास्थ्य, कनेक्टिविटी, कृषि एवं हैंडलूम उत्पाद व पर्यटन के क्षेत्र में हब बन रहा है। आज बनारस देश- दुनिया के नक्शे पर देश-विदेश के पर्यटकों को प्रमुखता से आकर्षित करता है। श्री काशी विश्वनाथ धाम निर्माण परियोजना काशी की पौराणिकता, धार्मिकता एवं आध्यात्मिकता को संजोए हुए आधुनिकता एवं नवीनता का अनुपम, भव्य सुविधायुक्त धाम होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का माँ गंगा एवं श्री काशी विश्वनाथ जी के प्रति अगाध विश्वास व आस्था से उनकी मंशा के अनुरूप बन रहे यह धाम विश्व की समस्त भारतवंशियों सहित विदेशियों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। यह पर्यटन की दृष्टि से भी आकर्षक, मनमोहक व सजीवटता होगी। श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना में नक्काशीदार व चमकदार पत्थर सजने लगे हैं। इस परियोजना को अगस्त, 2021 तक पूर्ण करने हेतु युद्ध स्तर पर कार्य हो रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के रिकवरी रेट पर जताया संतोष
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना से बचाव एवं चिकित्सकीय व्यवस्था की भी विस्तार से समीक्षा की। जनपद में कोरोना से मृत्यु दर 1.6 फीसदी हैं। अब तक 338877 लोगों की टेस्टिंग हो चुकी है। पॉजिटिव रेट 5.2 फीसदी हैं। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के चिकित्सा हेतु 1462 बेड उपलब्ध है। राज्य सरकार, स्टेट फाइनेंस कमिशन व नेशनल हेल्थ मिशन द्वारा बीएचयू व जनपद स्वास्थ्य विभाग को 11.38 करोड़ रुपए कोरोना से बचाव व चिकित्सकीय की व्यवस्थाओं हेतू उपलब्ध कराया गया है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल एवं जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने प्रजेंटेशन के माध्यम से विकास एवं निर्माणाधीन परियोजनाओं के साथ-साथ कोरोना चिकित्सा व्यवस्था के संबंध में अवगत कराया।
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