POK में गृहयुद्ध जैसे हालात, शाहबाज सरकार के खिलाफ कश्मीरियों का प्रदर्शन जारी
पाक फौज और कश्मीरियों के टकराव में एक अधिकारी की मौत ....
POK: धारा 370 हटने के बाद भी पीओके में कुछ खास राहत नजर नहीं आती है और वर्तमान समय में तो, हालात और भी खराब हो चले है. कश्मीरी लोग शाहबाज सरकार द्वारा लगाए गए अन्यायापूर्ण टैक्सो को लेकर सड़को पर उतरे है और जमकर शाहबाज सरकार के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन कर रहे है. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी फौज पर जमकर पत्थर भी बरसाएं है. इस पत्थरबाजी में एक अधिकारी की मौत भी हो गयी है, वही लोगों को शांत करने के लिए पुलिस हवाई फायरिंग कर रही है इसके बाद भी हालत पर काबू नहीं पाया जा सका है.
बीते शनिवार को कश्मीरियों ने पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाई के खिलाफ पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में हड़ताल भी की गयी थी, हड़ताल के चलते दुकानदारों ने बंदी रखी थी, जिससे सामान्य जनजीवन काफी प्रभावित हुआ था. इसके साथ ही सुरक्षाबलों और कश्मीरियों के बीच पत्थराव में एक पाकिस्तानी अधिकारी की मौत की भी सूचना मिली है.
90 घायल, एक की मौत
पीओजेके में शटडाउन हड़ताल और विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसक झड़पों में कम से कम एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई और 90 अन्य घायल हो गए. रिपोर्ट के अनुसार, मीरपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कामरान अली के उप-निरीक्षक अदनान कुरेशी ने मुजफ्फराबाद के लिए एक रैली को रोकने के लिए इस्लामगढ़ शहर में सीने में गोली लगने से मर गया.
आपको बता दें कि, जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट अवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएसी) ने शुक्रवार को मुजफ्फराबाद में शटर-डाउन और व्हील-जाम हड़ताल की घोषणा की थी. इस दौरान पुलिस ने घरों में आंसू गैस के गोले छोड़े, जिससे लोग घायल हो गए थे. वही पाकिस्तान के डॉन अखबार ने बताया कि, प्रदर्शनकारियों द्वारा पथराव के बाद मस्जिदों पर भी पथराव हुआ. इसके साथ ही पीओके के समहनी, सेहंसा, मीरपुर, रावलकोट, खुइरत्ता, तत्तापानी और हट्टियन बाला जैसे इलाकों में प्रदर्शन किया जा रहा है.
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आखिर क्या विवाद का पूरा मामला ?
बीते शुक्रवार को जेकेजेएसी के कुछ नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था, जिस बात आक्रोशित लोगों ने हड़ताल का आह्वान किया था. दरअसल, बीते माह समिति द्वारा ऐलान किया गया था कि, वह राज्यभऱ के लोगों के साथ 11 मई को मुजफ्फराबाद की तरफ एक लंबा मार्च का आयोजन करेगी. हाल ही में, इस्लामाबाद में आंतरिक विभाग के सचिव को पत्र लिखकर पीओके के मुख्य सचिव ने 11 मई की हड़ताल के कारण सुरक्षा के लिए छह नागरिक सशस्त्र बल (सीएएफ) प्लाटून की मांग की है. यह देखते हुए, सरकार ने पूरे पीओके में धारा 144 लगा दी और 10 और 11 मई को स्कूलों को छुट्टी दी. हालाँकि, पीओके के हर जिले में हजारों लोग सड़क पर उतरे.