यूक्रेन युद्ध से उपजा रूस में गृह युद्ध, कभी भी हो सकता है रूस का तख्तापलट
रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस में बड़ा विद्रोह हो गया है। व्लादिमीर पुतिन के सबसे करीबी वैगनर ग्रुप के चीफ येवेगनी ने उनके खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया। येवेगनी के पास करीब 25000 खूंखार लड़ाके हैं, जिसके चलते येवेगनी का रूस के शहर रोस्टोव पर कब्जा हो गया है। इनके लड़ाकू टैंक मॉस्को की सड़कों पर दौड़ते दिखाई दिए। यह रूस के लिए बड़ा संकट बताया जा रहा है। साथ ही आशंका जताई जा रही है कि रूस में कभी भी तख्तापलट हो सकता है।
वैगनर ग्रुप की बगावत
बता दें, रूस विश्व का सबसे शक्तिशाली टेक्नोलॉजी वाला देश है। लेकिन आज रूस बर्बादी की कगार पर खड़ा हो गया है। वैगनर ग्रुप की बगावत के बाद रूस में अब गृह युद्ध के हालात पनप चुके हैं। वहीं, रूस में विद्रोह के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संबोधन दिया है। उन्होंने वैग्नर ग्रुप पर विश्वासघात का आरोप लगाया है। पुतिन ने कहा कि गद्दारों से सख़्ती से निपटा जाएगा। इस बयान के बाद अब राष्ट्रपति पुतिन और क्रेमलिन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
क्या है वेगनर ग्रुप
वेगनर ग्रुप एक प्राइवेट आर्मी है। वेगनर ग्रुप जैसी प्राइवेट आर्मी कम बजट में ज्यादा काम लेने के लिए बनाई जाती है। देश की आर्मी में सैनिकों को अच्छी सैलरी और पेंशन मिलती है। जबकि प्राइवेट आर्मी के सैनिक एक तरह से दिहाड़ी मजदूर की तरह होते हैं। कम वेतन, कम सुविधाओं के बावजूद उनसे देश की सेना जितना काम लिया जाता है। इसी कुंठा की भावना को प्राइवेट आर्मी के भीतर येवगेनी ने भर दिया है। जिसके बाद वेगनर ग्रुप ने बगावत छेड़ी है।
वैगनर ग्रुप समझौते को तैयार
इस बीच रूस के खिलाफ बगावत का ऐलान करने वाले वैगनर ग्रुप के मुखिया येवगेनी प्रिगोझिन ने समझौता के लिए करार कर लिया है। वैगनर ग्रुप ने अपने लड़ाकों को मास्को कूच करने से रोक दिया है। क्रेमलिन ने वैगनर ग्रुप पर लगे सभी आरोपों को वापस लेने की बात कही है। हालांकि, इससे पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि वैगनर ग्रुप ने विश्वासघात किया और ये कदम पीठ में छुरा घोंपने जैसा है। बगावत करने वालों से सख्ती निपटा जाएगा। लेकिन ऐसा बताया जा रहा है कि बेलारूस के मध्यस्थता करने के बाद येवगेनी प्रिगोझिन और रूस के बीच समझौता हो गया है। येवगेनी प्रिगोझिन अब रूस छोड़कर बेलारूस लौटेंगे। फिलहाल इसकी कोई अधिकारिक घोषणा नही हुई है।
रूस और येवगेनी के बीच समझौता
क्रेमलिन ने शनिवार को बताया कि समझौते के रूप में यह करार हुआ है कि वैगनर ग्रुप के खिलाफ एक आपराधिक मामला हटाया जाएगा। इसी समझौता पर येवगेनी प्रिगोझिन अब बेलारूस के लिए रवाना होंगे। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने मीडिया को बताया, “रक्तपात, आंतरिक टकराव और अप्रत्याशित नतीजों वाले संघर्ष से बचना सर्वोच्च लक्ष्य था। समझौते में विद्रोहियों के लिए सुरक्षा की गारंटी के बदले में रूस भर में वैगनर सेनानियों की आगे की आवाजाही को रोकने पर सहमति बनी है।”
आपराधिक मामला हटाने की मांग
वैगनर ग्रुप की ओर से कहा गया कि हमने हमेशा अग्रिम मोर्चे पर उनके वीरतापूर्ण कार्यों का सम्मान किया है। बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता में हुए समझौते के तहत इस बात पर सहमति बनी है।
- वैगनर सेनानियों पर मुकदमा नहीं चलाया जाएगा।
- वैगनर लड़ाके अपने ठिकानों पर लौट जाएंगे।
- जिन लड़ाकों ने विद्रोह में भाग नहीं लिया था, उन्हें औपचारिक रूप से रूसी सेना में शामिल किया जाए।
संकट में रूस का भविष्य
गौरतलब है कि रूस लंबे समय से यूक्रेन के साथ आत्मघाती युद्ध कर रहा है। इस युद्ध के चलते रूस के कई सैनिकों की जान गई है। इसके बाद से ही प्राइवेट सैनिकों द्वारा विद्रोह की खबरें आ रही थीं। शनिवार को वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन और रूस के सैन्य शीर्ष अधिकारियों के बीच विवाद बढ़ गया था। किराए के सैनिकों ने दक्षिणी रूस में एक प्रमुख सेना मुख्यालय पर कब्जा कर लिया था। फिर राजधानी पर कब्जा करने की धमकी देकर आगे की ओर कूच कर रहे थे। फिलहाल ममाला समझौते पर शांत हो गया है। लेकिन रूस का यूक्रेन के साथ लंबे युद्ध के चलते गृह युद्ध के हालात आगे भी हो सकते हैं। ऐसे में भविष्य में रूस के लिए संकट नही टला है।
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