भारत का सबसे बड़ा दोस्त, दुश्मन से बढ़ा रहा साझेदारी
भारत के सबसे बड़ा दोस्त रूस चीन से अपनी दोस्ती बढ़ाता जा रहा है। एक तरफ जहां चीन भारत का सबसे बड़ा दुश्मन है तो वहीं रूस चीन में दोस्ती कहीं न कहीं भारत के लिए परेशानी का सबब बन सकती है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच मंगलवार को समग्र रणनीतिक साझेदारी को बढ़ाने पर सहमति बनी। नई शर्तो के साथ दोनों देश समानता, विश्वास, आपसी सहयोग, साझा समृद्धि, मित्रता के आधार पर अपने संबंधों को मजबूत करेंगे।
दोनों देशों में हुए समझौते के बाद जारी बयान के मुताबिक, चीन और रूस के संबंध मजबूत रहे हैं और बाहरी गतिविधियों से अछूते रहे हैं। दोनों देशों के बीच एक-दूसरे की राजनयिक गतिविधियों को प्राथमिकता देने पर सहमति बनी। इसके साथ ही एक-दूसरे के हितों की सुरक्षा करने पर भी सहमति बनी।
इस दौरान साइबर सुरक्षा, व्यापार, प्रौद्योगिकी, कनेक्टिविटी, वित्त एवं ब्रिक्स सहयोग पर भी चर्चा हुई। शी जिनपिंग और पुतिन ने जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के क्रियान्वयन के लिए साझा जोर पर भी प्रतिबद्धता जताई।
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