भारत से नेपाल जाने के बदले नियम, अब इस तरह से मिलेगी एंट्री
भारत के पड़ोसी देश नेपाल में भारतीय पर्यटकों और व्यापारियों को इन दिनों काफी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। नेपाल में नए-नए नियम लागू हो रहे हैं। पिछले दो माह में आधा दर्जन से अधिक बार नेपाल आने-जाने के नियमों में बदलाव हुआ है।
इसका सबसे ज्यादा असर भारत पर पड़ा है। नए नियमों के चलते सीमा पर व्यापार प्रभावित हुआ है। वहीं पर्यटकों को भी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर नेपाल घूमने या व्यापार करने की सोच रहे हैं तो नए नियम कायदों को जान लेना बेहतर होगा।
जांच के बाद भेजी जा रहीं फल-सब्जियां-
भारत से नेपाल जाने वाली सब्जियां व फल अब बिना जांच के पड़ोसी देशों में नहीं जा सकेंगी। फल व सब्जियों की तीन चरणों में जांच होने के बद उन्हें नेपाल के बाजारों तक ले जाने की अनुमति मिलेगी।
बैंक में जमा हो रहे नेपाली कस्टम शुल्क-
यहां कस्टम शुल्क लिए जाने को लेकर भी नियमों में बदलाव हुआ है। अब यह शुल्क भंसार कार्यालय की बजाए वाणिज्य बैंक की नई शाखा में जमा किया जा रहा है।
वाहन खेप ट्रेकिंग प्रणाली भी लागू-
नेपाल में अब व्हीकल कंसाइनमेंट ट्रेकिंग सिस्टम द्वारा भारतीय वाहनों को पास किया जा रहा है। राजस्व चोरी को रोकने के इरादे से नेपाल सरकार द्वारा यह नियम लागू किया गया है।
भारतीय जूस पर प्रतिबंध-
नेपाल सरकार ने भारत से आयात होने वाले डिब्बा बंद मिल्क जूस और एनर्जी ड्रिंक में खतरनाक रसायन होने की बात करते हुए पहले ही पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा चुका है। अब नेपाल में भारत से मिल्क जूस और दूध से बना कोई भी पेय पदार्थ नहीं जाएंगे।
भारतीय नोट पर प्रतिबंध-
नेपाल सरकार ने भारत के 2000, 500 और 200 रुपये के नोट प्रतिबंधित कर दिया है। वहां अब केवल 100 रुपये का ही भारतीय नोट चलेगा।
मान्यता प्राप्त पहचान पत्र आवश्यक-
नेपाल जाते वक्त अगर आपके पास भारत सकरार द्वारा मान्यता प्राप्त फोटोयुक्त पहचान पत्र नहीं है तो आपको वापस घर लौटना पड़ सकता है।
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