Chardham Yatra: केदारनाथ के बाद खोले गए बद्रीनाथ धाम के कपाट…
जानें चारधाम यात्रा के लिए कैसे करें रजिस्ट्रेशन ?
Chardham Yatra: 9 मई यानी अक्षय तृतीया के दिन केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही आज बद्रीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए है, आज रविवार को तड़के 6 बजे वैदिक मंत्रोच्चारन के साथ भक्तों के लिए कपाट खोल दिए गए है. इसके साथ बद्री विशाल लाल की जय कारों से वादियां गूंज उठी और इसके लिए बद्रीनाथ धाम को भव्य रूप से सजाया गया था. ब्रह्ममुहूर्त में द्वार और गणेश की पूजा की गई. सेना के बैंड की मधुर धुनों के बीच लोग भगवान बद्री विशाल के जयकारे लगाते हुए दिखाई देते थे, पहले दिन लगभग 20 हजार लोग आने की संभावना है. पहले दिन केदारनाथ में 32 हजार लोगों ने दर्शन किए, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड बन गया है.
चारधाम यात्रा की हुई शुरूआत
छह महीने के अंतराल के बाद विश्व प्रसिद्ध श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले गए हैं, पिछले वर्ष 18 नवंबर से बद्रीनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए थे. इसके अलावा, उत्तराखंड के चार धामों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खुल गए हैं. तीन धामों श्री केदारनाथ, श्री गंगोत्री और श्री यमुनोत्री के कपाट पहले ही शुक्रवार को अक्षय तृतीया,10 मई को खोले गए थे. श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने कपाट खोलने के लिए विशेष प्रबंध किए. श्री बद्रीनाथ पुष्प सेवा समिति ऋषिकेश के सहयोग से मंदिर समिति ने कपाट खुलने के अवसर पर श्री बद्रीनाथ मंदिर को सजाया है.
#WATCH | Chamoli, Uttrakhand: The doors of Shri Badrinath Dham were opened for the devotees today at 6 am amidst the melodious tunes of the Army Band, with complete rituals, Vedic chanting and slogans of 'Badri Vishal Lal Ki Jai'. pic.twitter.com/lPSCXxKfvx
— ANI (@ANI) May 12, 2024
नवंबर तक जारी रहेगी चारधाम यात्रा
हिंदू धर्म में बद्रीनाथ यात्रा एक महत्वपूर्ण तीर्थयात्रा है, जो मुख्य रूप से विष्णु के भक्तों द्वारा की जाती है. बद्रीनाथ पवित्र धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में समुद्र तल से 3,133 मीटर (10,279 फीट) की ऊंचाई पर है. अप्रैल के अंत या मई की शुरुआत में अक्सर तीर्थयात्रा शुरू होती है और नवंबर तक जारी रहती है.
ऑनलाइन-ऑफलाइन कैसे कराएं रजिस्ट्रेशन
श्रद्धालुओं को चारधाम की यात्रा पर जाने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाना होगा. इसके अलावा आप TouristCareUttarakhand ऐप का उपयोग कर सकते हैं. रजिस्ट्रेशन करने के लिए वाट्सएप नंबर 91-8394833833 और टोल फ्री नंबर 0135 1364 भी उपलब्ध हैं. साथ ही आप touristcare.uttarakhand@gmail.com पर ईमेल से अपना पंजीकृत कर सकते हैं या 0135-1364, 0135-2559898, 0135-2552627 पर फोन करके. अगर आपने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं किया है, तो आप ऋषिकेश में ऑफलाइन भी रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. लेकिन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने के कई फायदे हैं, यात्रियों को इससे त्वरित कार्रवाई, समय बचाने और काफी सहूलियत मिलती है.
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क्यों जरूरी है रजिस्ट्रेशन ?
आपको बता दें कि, रजिस्ट्रेशन कराने का लाभ यह है कि सरकार आपकी सारी जानकारी रखती है यदि आप किसी भी परेशानी या मुसीबत में फंसते हैं या कोई आपदा होती है तो, इससे प्रशासन आपसे संपर्क कर आसानी से मदद कर सकता है. इसके साथ ही, यह रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 15 अप्रैल से ऑनलाइन शुरू हो गई थी और वर्तमान समय में जारी है. इस दौरान लगभग 20 लाख श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं.