मोबाइल घड़ी जैसी छोटी चीजों पर भी निगाह रखेगा Cartosat-3

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भारत के वैज्ञानिकों ने एक और इतिहास रचा
चन्द्रयान 2 के बाद
1625kg  का भारत का एक सैटेलाइट अंतरिक्ष में स्थापित
900 किलोमीटर ऊपर से दुश्मन पर नजर रखेगा ये सैटेलाइट

इसके अंदर जो कैमरा है वो किसी के हाथ में मोबाइल,घड़ी ,जैसी छोटी से छोटी वस्तुओ पर भी निगाह रख सकेगा

ISRO ने आज सुबह देश की सुरक्षा के लिए इतिहास रचा है, ISRO ने सुबह 9.28 बजे मिलिट्री सैटेलाइट कार्टोसैट-3 (Cartosat-3) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया

स्पेशियल और ग्रांउड रेजॉलूश काफी ज्यादा

कार्टोसैट-3 के कैमरों का स्पेशियल और ग्रांउड रेजॉलूश काफी ज्यादा है।
इसमें दुनिया का सबसे ताकतवर कैमरा लगा है।
इसकी मदद से 509 किलोमीटर की ऊंचाई से बेहद साफ तस्वीरें ली जा सकेंगी।
इतनी ऊंचाई से यह जमीन पर ऐसी दो चीजों में फर्क कर सकता है जिनके बीच की दूरी 25 सेंटिमीटर हो।
एक अधिकारी के मुताबिक भारत के पास मौजूद ऑब्जर्वेशन वाले सैटलाइट्स में से कार्टोसैट-3 में सबसे ज्यादा अडवांस्ड स्पेशल रेजॉलूशन है।
यही नहीं बेहतर ग्राउंड रेजॉलूशन होने के कारण जमीन से एक फुट ऊंची चीज को भी यह आसानी से पहचान सकता है।

सेना के लिए खास

सुरक्षाबलों के लिए भी कार्टोसैट के अहम फायदे होंगे।
इससे सुरक्षाबलों की स्पेस-सर्वेलंस की क्षमता बढ़ेगी। पैनक्रोमैटिक मोड में यह 16 किमी दूरी की स्पेशियल रेंज (क्षेत्र) कवर कर सकता है।
इससे पहले लॉन्च किए गए किसी भी सर्वेलंस सैटलाइट में ऐसी क्षमता नहीं रही है।
इसमें एक खास क्वॉलिटी यह भी है कि इससे मल्टी-स्पेक्ट्रम (इलेक्ट्रोमैग्नटिक स्पेक्ट्रम की खास रेंज में आने वाली लाइट) और हाइपर स्पेक्ट्रम (पूरे इलेक्ट्रोमैग्नटिक स्पेक्ट्रम में आने वाली लाइट) को कैप्चर कर सकता है।
इससे सेना जूम करके दुश्मन के ठिकानों को खोज सकती है।

पीएम मोदी ने भी दी बधाई

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कार्टोसैट-3 की लॉन्चिंग पर कहा, ‘मैं इसरो की टीम के एक और बड़े मिशन की सफल लॉन्चिंग पर बधाई देता हूं। इसरो ने एक बार देश को गौरवान्वित किया है।’

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