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लम्बे समय से लंबित चल रहे 69000 शिक्षक भर्ती मामले को लेकर राजधानी के निशातगंत स्थित बेसिक शिक्षा निदेशालय पर बुधवार को हजारों की संख्या में अभ्यार्थी जमा हुए। ‘हम एक हैं, हमारी मांगे पूरी हों..’ के नारों के साथ अभ्यर्थियों ने निदेशालय का घेराव किया।
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आश्वासन देकर प्रदर्शन समाप्त करवाया। वहींं सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स मौके पर तैनात रही।
ये है पूरा मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 69000 शिक्षक भर्ती मामला उच्च न्यायालय में लंबित चल रहा है, जिसमें राज्य सरकार के महाधिवक्ता (एजी) को सरकार का पक्ष रखने लिए आबद्ध किया गया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि विगत कई तारीखों पर बार बार महाधिवक्ता की जनुपस्थिति के कारण तारीख आगे खीचती जा रही है।
इस वजह से हम सभी अभ्यर्थी परीक्षा को पास करने के बावजूद विगत आठ माह से मानसिक रूप से लगातार प्रताडि़त हो रहे हैं। योग्यता रखने के बावजूद हम सभी को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है।
नहीं हो पा रहा फैसला
मांग है कि मामले की अगली तारीख पर सरकार महाधिवक्ता को भेजकर मामले की जल्द से जल्द निस्तारित करवाए। इस मामले को लेकर अभ्यार्थियों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार के द्वारा ठोस पैरवी नहीं हो रही है। जिसके कारण उनके पक्ष में फैसला नहीं हो पा रहा है।
आमरण अनशन की दी चेतावनी
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि यदि उनकी मांगे नहीं पूरी होंगी, तो वह बेसिक शिक्षा निदेशालय पर आमरण अनशन करने पर मजबूर होंगे। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्हें योगी सरकार से काफी उम्मीदें थी, मगर योगी सरकार में भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का कहना है कि आप योग्य बनिए, लेकिन हम योग्य होने के बावजूद भी अपना हक हासिल नहीं कर पा रहे हैं और 9 माह से प्रदर्शन करने पर मजबूर हैं।
तो धरना देने की न पड़ती जरूरत
साथ ही कहा कि योगी सरकार सबका साथ सबका विकास की बात करती है, मगर ऐसा नहीं है। अगर सबका साथ सबका विकास होता तो, 9 महीने से उन्हें धरना देने की आवश्यकता न पड़ती और उनकी योग्यता के अनुसार उन्हें उनका हक मिल जाता।
अभ्यार्थियों ने अपना आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा की यदि योगी सरकार के द्वारा उनकी मांगे नहीं पूरी की गई, तो जिस तरह से उन्होंने अपना वोट देकर सरकार बनाने का काम किया है, उस तरह से वह योगी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का भी दम रखते हैं।