यूपी : प्रदेश के सभी जिलों में बनेगी BSL-2 लैब, मिलेगा आरटीपीसीआर टेस्ट को बढ़ावा
विशेषज्ञों द्वारा कोरोना की तीसरी लहर सितम्बर-अक्टूबर तक आने की संभावना जतायी गयी है। सरकार इसकी तयारी को लेकर पूरी तरह सतर्क है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए प्रदेश के सभी जिलों में बीएसएल लैब तैयार की जा रही है। उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य महानिदेशालय की ओर से सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिया है कि लैब में जो भी कार्य किन्हीं कारणों से लंबित है उसका पूरा विवरण शासन को भेजें। पिछले मंजर को देखते हुए प्रदेश सरकार ने पूरी तरह सक्रिय हो गयी है। प्रदेश में दो साल पहले सिर्फ चार बीएसएल लैब थी। बीएसएल लैब को सभी जिलों में अगले महीने तक तैयार करने का लक्षय रखा गया है। इन लैब के तैयार होने से कोविड ही तरह दूसरी बीमारियों की भी जांच हो सकेगी।
कोरोना की तीसरी लहर सितम्बर-अक्टूबर तक आने की संभावना:
विशेषज्ञों द्वारा कोरोना की तीसरी लहर सितम्बर-अक्टूबर तक आने की संभावना जतायी गयी है। सरकार इसकी तयारी को लेकर पूरी तरह सतर्क है। इसलिए प्रदेश के प्रत्येक जिले में बीएसएल टू लैब का संचालन शुरू कर के आरटीपीसीआर जांच की क्षमता बढ़ाई जा रही है। कोविड आने के बाद पहले मंडलीय चिकित्सालयों में बीएसएल लैब खोली गईं। इसके बाद जिला अस्पताल में भी यह सुविधा शुरू हुई। अब तक 35 लैब में जांच सुविधा मिल रही है। कोविड का असर कम हो गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग अपने संसाधन को दुरुस्त करने में लगा है।
आरटीपीसीआर टेस्ट को मिलेगा बढ़ावा:
अपर निदेशक (संक्रामक) डा. एके पालीवाल ने बताया कि जिले के सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों से निर्माण कार्य की स्थिति के बारे में रिपोर्ट मांगी गई है। जिससे यह मालूम चले की अब तक कितना कार्य बाकी है और कौन-कौन से कार्य पूरा हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश सरकार का प्रयास है कि सितंबर महीने तक ज्यादा से ज्यादा जनपदों में बीएसएल टू लैब का संचालन शुरू हो जाए। इस लैब के बनने से कोविड के अलावा अन्य बीमारियों की भी जांच हो सकेगी साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट को भी बढ़ावा मिलेगा।
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