दुकानों में खुला आटा, चीनी, चावल मौजूद ब्रांडेड सामान नदारद
पहले लगभग हर गली में सब्जी बेचने के लिए फुटकर सब्जी विक्रेता रेहड़ी लेकर आते थे
लॉकडाउन के बाद दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में दूध, सब्जी और राशन की कई दुकानें धीरे-धीरे खाली होने लगी थी। हालांकि अब दुकानों में फल, सब्जियां, दूध, अनाज, दालें आदि की सप्लाई बहाल होने लगी है। लेकिन अभी भी ग्राहकों को मन माफिक Branded वस्तुएं नहीं मिल रही हैं। अधिकांश स्थानों पर खुला आटा, चीनी, चावल ही मौजूद है। शाहदरा निवासी देविका शर्मा ने कहा, “पहले लगभग हर गली में सब्जी बेचने के लिए फुटकर सब्जी विक्रेता रेहड़ी लेकर आते थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद से यहां सब्जी बेचने वाला कोई नहीं आया। हालांकि इस दौरान दूध की सप्लाई नियमित बनी रही।”
शुरुआती दिनों में कई दूध सप्लायर यहां नहीं पहुंच सके
चांदनी चौक स्थित मोर सराय रोड पर दूध का कारोबार करने वाले सुभाष चंद्र ने कहा, “लॉकडाउन के बाद शुरुआती दिनों में कई दूध सप्लायर यहां नहीं पहुंच सके। इसके कारण सप्लाई में बाधा पड़ी है। हालांकि अब दूध की सप्लाई सामान्य है। शरुआती दिनों में लोगों को दूध की सप्लाई ठप होने का आशंका थी और उन्होंने आवश्यकता से अधिक दूध खरीदा। जिसके कारण भी दूध की आपूर्ति में दिक्कतें हुईं, लेकिन अब हालात लगभग सामान्य है।”
गुरुवार को समाप्त हुए नवरात्र के लिए भी अधिकांश वस्तुएं परचून की दुकानों पर उपलब्ध नहीं थीं। मसलन इलाके में खुली इक्का-दुक्का परचून की दुकानों पर नवरात्र की पूजा में इस्तेमाल होने वाला नारियल मुहैया नहीं हो सका।
ब्रांडेड पैक्ड चीनी, आटा, चावल और रिफाइंड तेल उपलब्ध नहीं
इसी तरह कुट्टू का आटा भी किल्लत वाली वस्तुओं में शामिल रहा। कई दुकानों पर Branded पैक्ड चीनी, आटा, चावल और रिफाइंड तेल भी उपलब्ध नहीं है।
यहां दुकान चलाने वाले कृष्णा ने कहा, “दरअसल Branded सामान की सप्लाई पीछे से ही काफी हल्की हो गई है। इसके अलावा माल ढुलाई के लिए वाहन भी आसानी से नहीं मिल रहे हैं। होलसेल की जिन दुकानों से हम सामान लाते थे, वे दुकानें भी किसी दिन खुलती हैं और किसी दिन बंद रहती हैं। ऐसे में पीछे से पूरा माल नहीं आ सका है।”
कृष्णा ने कहा, “इसके बावजूद हम लोग स्थानीय निवासियों को हर वह सामान दे रहे हैं, जो हमारी दुकान में मौजूद है। इस दौरान किसी भी आवश्यक वस्तु के दाम में भी बढ़ोतरी नहीं की गई है।”
ज्यादातर स्थानों पर खुला आटा, खुली चीनी, चावल, सूजी, मैदा आदि उपलब्ध हैं, लेकिन इन सब उपभोक्ता वस्तुओं की Branded किस्में कम ही स्थानों पर मिल पा रही हैं।
मंडी जाकर सब्जी लानी पड़ रही
रेलवे पुलिस में तैनात सुनील कुमार ने कहा, “हमें प्रतिदिन ड्यूटी पर पहुंचना आवश्यक है। वहीं दूसरी ओर इलाके में सब्जियों की कोई दुकान नहीं है। यहां सब्जी वाले रेहड़ी लेकर गली-गली सब्जी बेचा करते थे, जिन्होंने अब आना बंद कर दिया है। ऐसी स्थिति में हमें खुद मंडी जाकर सब्जी लानी पड़ रही है।”
गौरतलब है कि चांदनी चौक इलाके में लॉकडाउन के निर्देशों का बेहतरीन तरीके से पालन किया जा रहा है। यहां सभी बाजार पूरी तरह बंद हैं। छोटी बड़ी सभी तरह की दुकानों को बंद रखा गया है। हालांकि परचून और दूध की कुछ दुकानें खोली गई हैं।
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