गोरखालैंड आंदोलन में पुलिस वाहन सहित सामुदायिक केंद्र को फूंका
गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर गोरखा जनमुक्ति मोर्चा(Gorkha Janmukti Morcha) द्वारा आहूत अनिश्चितकालीन बंद बुधवार को 35वें दिन भी जारी रहा, जिस दौरान एक बार फिर उत्तरी पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाके में हिंसा व तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं।
अलग गोरखालैंड राज्य के समर्थन में एक रैली के बाद दार्जिलिंग के जज बाजार इलाके में बुधवार दोपहर एक पुलिस वाहन में तोड़फोड़ की गई और उसे आग के हवाले कर दिया गया।
पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार चतुर्वेदी ने मीडिया से कहा, “जज बाजार इलाके के निकट बदमाशों ने पुलिस के एक वाहन को फूंक दिया। पुलिस तथा रैली करने वाले लोगों के बीच कोई कहासुनी या झड़प नहीं हुई थी। हम अपराधियों की तलाश कर रहे हैं।”
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उन्होंने कहा, “शहर में सुबह से लेकर अब तक तोड़फोड़ की और कोई बड़ी वारदात सामने नहीं आई है।”
कुरसियॉन्ग इलाके में देर मंगलवार को राज राजेश्वरी हॉल नामक सौ साल पुराने बंगाली सामुदायिक केंद्र को आग के हवाले कर दिया गया।
दार्जिलिंग में हिंसा, आगजनी तथा सरकारी संपत्तियों पर लगातार हमलों की निंदा करते हुए राज्य के पर्यटन मंत्री गौतम देब ने दावा किया कि तोड़फोड़ यह बताने के लिए की गई है कि जीजेएम क्षेत्र में शांति की किसी प्रक्रिया के खिलाफ है।
इस बीच, अलग राज्य की मांग को लेकर जीजेएम ने पहाड़ी इलाके के विभिन्न हिस्सों में रैलियां निकालीं। दार्जिलिंग इसका केंद्र बिंदु रहा।
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