कश्मीर में करोड़ों का इन्वेस्ट करेंगे ‘बीके मोदी’, 100 होटलें बनवाने का मास्टर प्लान
देश की आजादी के 70 सालों बाद भाजपा सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटाकर लोगों का दिल जीत लिया। हर तरफ पीएम नरेन्द्र मोदी सरकार की सराहना हो रही है। जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा मिलने के साथ ही यहां रोजगार के अवसर भी अब सुलभ होंगे। साथ ही कोई भी नागरिक रोजगार या रहन सहन के उद्देश्य से रुपए इन्वेस्ट कर सकेगा। यह बात अलग है कि मोदी सरकार के इस निर्णय की कुछ विरोधी दलों ने आलोचनाएं की। लेकिन देश की जनता ने इस फैसले का स्वागत किया है।
कश्मीर में रोजगार का अवसर हर नागरिक को मिल जाने के बाद अब अमेरिका, सिंगापुर, जर्मनी, फ्रांस सहित कुछ और भी देशों में जो भारतीय निवास कर रहे हैं, होटल बनवाने की प्लान बना लिया है। खास बात ये है कि होटलों की संख्या एक या दो नहीं 100 होगी। ये होटल फाइव स्टार होंगे। इन होटलों में हर तरह की लग्जरी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी। जिसका कश्मीर के साथ ही बाहर से आने वाले लोग लुफ्त उठा सकेंगे।
आपको बता दें कि कश्मीर में 100 नए होटलों के निर्माण को लेकर अनिवासी भारतीय कारोबारी और ओसीआई इंवेस्टर फोरम के अध्यक्ष बीके मोदी ने ऐलान किया है। बीके मोदी का कहना है कि उन्होंने यह फैसला इलिए किया है कि कश्मीर जन्नत है। यहां काफी पर्यटक आकर आनंद उठाना चाहते हैं। लेकिन फाइव स्टार होटल खुलने के बाद यहां आने वालों की संख्या में इजाफा होगा। होटलों के खुलने से लोगों को रुकने के लिए उत्तम व्यवस्था सुलभ हो पाएगी। दुनिया भर के पर्यटक इस ओर आकर्षित होंगे और देश को भी इसका लाभ मिलेगा।
बताते चलें कि जब कुछ मीडियाकर्मियों ने बीके मोदी से यह सवाल किया कि उन्होंने कश्मीर में ही होटलें खोलने का निर्णय क्यों किया। इस पर उन्होंने कहा कि कश्मीर की आबो हवा जन्नत से कम नहीं है। यहां देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक आना चाहते हैं। लेकिन कोई भी फाइव स्टार होटल नहीं होने के कारण यहां रुकने के लिए प्रेरित नहीं हो पाते। होटल खुलने के बाद लोग बेफिक्र होकर यहां रुक सकेंगे। साथ ही जन्नत जैसी सरजमीं कश्मीर का भरपूर आनंद लेंगे। उन्होंने कहा कि इतने होटलों को खोलने के लिए 10 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा। होटलें खुलने के बाद यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ने से सरकार को भी लाभ पहुंचेगा।
यह भी पढ़ें: ICJ कोर्ट कुलभूषण जाधव केस को स्थगित करने वाली मांग को किया खारिज
फिलहाल जो भी हो कश्मीर को विशेष दर्जा मिलने के बाद से यहां बसने और व्यापार करने के लिए भी लोगों ने प्लानिंग करनी शुरू कर दी है। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि यदि 100 होटल कश्मीर में खुलते हैं, तो एक नई और बड़ी पहल इस दिशा में कदम बढ़ाने को लेकर होगी। वैसे भी ऐसा कौन है, जो कश्मीर का आनंद नहीं लेना चाहता। विदेशी भी यहां के आबो हवा की तारीफ करते नहीं थकते हैं। हर कोई यहां अब आजादी से व्यापार करने के साथ ही रहन सहन भी कर सकता है। यहां कोई भी अब जमीन खरीदकर अपनी नई दुनिया भी बसा सकता है। सरकार के इस निर्णय से जम्मू कश्मीर में भी लोगों के लिए अवसर सुलभ हो गए हैं।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)