अपनी ही सरकार से क्यों नाराज हैं बीजेपी एमएलसी चेतनारायण सिंह ?

चेतनारायण सिंह की गिनती बीजेपी के धाकड़ शिक्षक नेताओं में होती है

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वाराणसी। एमएलसी चेतनारायण सिंह की गिनती बीजेपी के धाकड़ शिक्षक नेताओं में होती है। लेकिन लॉकडाउन के दौरान कुछ ऐसा हुआ है कि चेतनारायण सिंह अब अपनी ही सरकार से खफा दिख रहे हैं। पूरा मसला जुड़ा है यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन से। पिछले दिनों प्रदेश की माध्यमिक शिक्षा प्रमुख सचिव ने यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को 5 मई से शुरू करने का फरमान जारी किया तो शिक्षक विधायक चेतनारायण सिंह उखड़ गए।

एमएलसी ने जताया फैसले के विरोध-

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार चेतनारायण सिंह ने अपने फैसले से राज्य सरकार को भी आगाह कर दिया है। प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ का अध्यक्ष चेतनारायण सिंह के मुताबिक वर्तमान समय में कोरोना के चलते प्रदेश के 55 जिले प्रभावित हैं। केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को 17 मई तक बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसे में यूपी बोर्ड की कॉपियों के मूल्यांकन का निर्णय समझ से परे है। मौजूदा वक्त में कॉपियों के मूल्यांकन का मतलब शिक्षकों और उनके परिवार को कोरोना की आग में झोंकना है।

मूल्यांकन केंद्रों तक पहुंचने में होगी परेशानी-

शिक्षकों की परेशानी यही खत्म नहीं होती है। चेतनारायण सिंह के अनुसार लॉकडाउन की वजह से परिवहन सेवाएं बंद है। ऐसे में मूल्यांकन केंद्रों तक शिक्षकों का पहुंच पाना आसान नहीं है। प्रत्येक केंद्र पर 300 से 1400 शिक्षक पहुंचेंगे। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग टूटने की पूरी संभावना बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा कि 17 मई के बाद ही मूल्यांकन का कार्य शुरू किया जाए। अन्यथा किसी भी विषम परिस्थिति के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार होगी।

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