एकेटीयू के कुलपति पर भाजपा विधायक ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप
सूबे की योगी सरकार की लाख कोशिश के बावजूद भ्रष्टाचार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। विभागों में फैले भ्रष्टाचार को कम करने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है लेकिन उनके अफसर इस पर बट्टा लगा रहे हैं। यूपी के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में एक एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। इस मामले में भाजपा के विधायक ने यूनिवर्सिटी के वीसी पर 200 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा है कि डिप्लोमा इंजीनियर्स की तैनाती में वीसी ने अपने चहेते लोगों को नियुक्ति दी है।
भाजपा विधायक ने राज्यपाल को लिखा पत्र
लखनऊ स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निक्ल यूनिवर्सिटी के वीसी पर भाजपा के विधायकों ने धांधली का आरोप लगाया है। विधायक शशांक त्रिवेदी और विधायक मेजर सुनील दत्त ने राज्यपाल को एक पत्र लिखकर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। विधायक ने पत्र में कहा है कि वीसी ने नियमों को ताक पर रखकर डिप्लोमा इंजीनियर्स की तैनाती कर दी है।
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पदों पर अपने चहेतों को दी गई तैनाती
पत्र में कहा गया है कि पदों को भरने के लिए अपने चहेतों को खूब फायदा पहुंचाया गया है। डिप्लोमा इंजीनियर्स की तैनाती में नियमों की अनदेखी कर पदों को भरा गया है। आरोप ये भी लगाया गया है कि विश्वविद्यालय के रजिस्टार की नियुक्ति में विनियमितीकरण और शासनादेश को ताक पर रखकर जमकर धांधली कराई गई है।
200 करोड़ के खर्च का नहीं है हिसाब
विधायक शशांक त्रिवेदी के मुताबिक, कई कार्यदायी संस्थाओं से मिलकर वीसी विनय पाठक जमकर कमीशनखोरी कर रहे हैं। विधायक का आरोप है कि विश्वविद्यालय के नवीनीकरण से लेकर कई मदों में 200 करोड़ रुपए जारी किए गए लेकिन उन पैसों का कोई हिसाब नहीं है कि कहां खर्च किए गए साथ ही आंवटित रुपयों से जानकीपुरम विस्तार स्थित कैंपस में निर्माण कार्य को लेकर कोई भी कार्य नहीं हुआ है।