बिगड़े बोल पर बनारस में बीजेपी-कांग्रेस आमने-सामने, मामला पहुंचा चुनाव आयोग
-दोनों दलों की ओर से चुनाव आयोग से शिकायत हुई, कांग्रेस ने माफी मांगने और बीजेपी ने की कार्रवाई की मांग
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गर्मी के साथ ही चुनावी पारा चढ़ गया है. बड़े से लेकर छोटे नेता शब्दों से एक-दूसरे पर वार कर रहे हैं. नेताओं ने इन बिगड़े बोल से बनारस में सियासी पारा हाई हो चला है. इसी बीच बिगड़े बोल पर दो प्रमुख दल आमने-सामने आ गए हैं. दोनों दलों की ओर से चुनाव आयोग से शिकायत कर एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी हुई है. यह मामला तब बढ़ गया जब दो दिन पूर्व इंडी गठबंधन के प्रत्याशी व कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कोरोना वैक्सीन को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर हमला बोला था. उन्हें देश की जनता की जान का सौदा करने वाला बताया. वहीं, एक दिन पूर्व उत्तर प्रदेश सरकार के राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल ने अजय राय पर हमला करते हुए उन्हें हत्यारा कह दिया.
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अधिवक्ता व भाजपा विधि प्रकोष्ठ काशी क्षेत्र के संयोजक शशांक शेखर त्रिपाठी ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए अजय राय पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की. आयोग से शिकायत में उन्होंने कहाकि 30 अप्रैल 2024 को वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय द्वारा थाना चेतगंज क्षेत्र स्थित अपने आवास पर एक पत्रकारवार्ता आयोजित की गई. इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि जिन भी लोगों की मृत्यु कोरोना से हुई है उनके जिम्मेदार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हैं. अब जनता इसका बदला लेगी. यही नहीं उनके द्वारा कई लोगों का उदाहरण देकर यह बताया गया कि उनकी भी मृत्यु कोरोना के बाद लगी वैक्सीन से हुई है जबकि इन सब आरोपों का कोई भी साक्ष्य उनके द्वारा नहीं जारी किया गया. उन्होंने चुनाव आयोग से वह जानकारी भी साझा की जिसे ब्रिटेन की अदालत में कोरोना वैक्सीन के मामले को लेकर हुई सुनवाई के दौरान जनता के सामने लाई गई. शशांक शेखर त्रिपाठी ने कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय द्वारा राजनीतिक लाभ लेने के लिए जनता को बरगलाकर भड़काने का आरोप लगाया. कहा कि झूठ का सहारा लेकर वोटर को अपने पक्ष में करने की कोशिश हो रही है. मतदाता को कोरोना वैक्सीन का डर-भय दिखा कर भाजपा व प्रधानमंत्री को वोट न देने के लिए उत्प्रेरित किया जा रहा है जो कि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है. उन्होंने अजय राय के खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन की कार्रवाई अमल में लाने का अनुरोध चुनाव आयोग से किया.
माफी मांगें मंत्री रवींद्र जायसवालः विकास सिंह
दूसरी ओर, प्रदेश के राज्यमंत्री एवं शहर के उत्तरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक रवींद्र जायसवाल द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व इंडी गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करते हुए हत्यारा बताने पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भी नाराजगी जताई है. युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष व अधिवक्ता विकास सिंह ने कहा कि राज्यमंत्री जैसे सम्मानित पद पर रहने वाले व्यक्ति को इस प्रकार की अमर्यादित और अशोभनीय टिप्पणी किसी लोकसभा प्रत्याशी के खिलाफ नहीं करनी चाहिए. यह निदंनीय है. उन्होंने कहा कि राज्यमंत्री रवींद्र जायसवाल के पास ऐसा कौन सा साक्ष्य है जिसके आधार पर उन्होंने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को हत्यारा कहा है. उन्होंने कहा कि अजय राय के खिलाफ हत्या का कोई भी मामला अदालत या किसी थाने में विचाराधीन नहीं है. ऐसे में राज्यमंत्री का यह बयान अत्यंत ही निंदनीय है. एक सम्मानित एवं जिम्मेदार पद पर आसीन राजनेता को ऐसा वक्तव्य देना शोभा नहीं देता. उन्होंने कहा कि जब मंत्री रवींद्र जायसवाल कोरोना महामारी में फरियादियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे थे, उस समय प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय रक्तदान कर रहे थे. युवक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष ने कहा कि राज्यमंत्री अपने इस निंदनीय, अशोभनीय व अमर्यादित टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे. अन्यथा उनके खिलाफ विधिक कार्यवाही की जाएगी.