जानिए कौन भाजपा का राष्ट्रपति पद के लिए राजग उम्मीदवार?
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एक बार फिर चौंकाते हुए बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी की संसदीय दल की लगभग दो घंटे चली बैठक के बाद कहा, “हमने फैसला किया है कि रामनाथ कोविंद राजग की ओर से राष्ट्रपति उम्मीदवार होंगे।”
इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। उन्होंने कहा कि भाजपा और राजग लंबे समय से राष्ट्रपति चुनाव पर चर्चा कर रहे थे।
शाह ने संवाददाताओं को बताया, “भाजपा ने सभी राजनीतिक दलों और समाज के कई वर्गो के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की। चर्चा के बाद उम्मीदवारों की एक लंबी सूची तैयार की गई, जिसपर पार्टी की संसदीय दल की बैठक में चर्चा हुई।”
कोविंद (72) 23 जून को अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह चुनाव जीतते हैं तो आर.के.नारायणन के बाद दूसरे दलित राष्ट्रपति होंगे।
कोविंद के नाम की घोषणा से पहले सुषमा स्वराज और लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन सहित कई नेताओं के नाम पर चर्चा हुई।
शाह ने कहा कि राजग के सहयोगी दलों को कोविंद की उम्मीदवारी से वाकिफ करा दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और अन्य नेताओं से राजग उम्मीदवार के बारे में बात की।
मोदी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (बीजद), तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव (टीआरएस) और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन.चंद्रबाबू नायडू (तेदेपा) से भी बात की।
भाजपा के वरिष्ठ नेता एम.वेंकैया नायडू ने पार्टी के दिग्गज नेताओं लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से भी बात की।
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अमित शाह ने कहा, “रामनाथ दलित परिवार से आते हैं और उन्होंने बहुत संघर्ष किया है। हमें उम्मीद है कि उन्हें चुनाव में सभी का समर्थन मिलेगा।” उन्होंने कहा कि कोविंद ने दलितों और गरीबों के लिए काफी काम किया है।
पेशे से वकील कोविंद मई 2014 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सत्ता में आने के बाद से पिछले दो वर्षो से बिहार के राज्यपाल हैं।
वह भाजपा की दलित इकाई का भी नेतृत्व कर चुके हैं। वह 12 वर्षो तक राज्यसभा सांसद रहे और कई संसदीय समितियों के सदस्य रहे। वह उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में प्रैक्टिस कर चुके हैं।
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