संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) 2020 के नतीजे घोषित हो गए हैं और इस बार टॉप पर रहे बिहार के शुभम कुमार। इस वक्त शुभम की हर ओर चर्चा हो रही है। कटिहार जिले के कुम्हडी गांव के लाल ने अपने माता पिता के साथ साथ गांव और जिले का नाम भी रौशन किया।
देश की सबसे मुश्किल परीक्षा पास करने के बाद शुभम की उड़ान थमी नहीं है और अपने चयन को उन्होंने सफर की शुरुआत भर माना है। उन्होंने तीसरी बार में प्रतियोगिता में टॉप किया। पहली बार उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद प्रतियोगी परीक्षा दी थी।
तीसरे एटेम्पट में किया टॉप-
पहली बार में उनका चयन नहीं हुआ था। दूसरे अटेम्प्ट में उन्होंने 290 रैंक हासिल किया था लेकिन वो इससे संतुष्ट नहीं हुए थे। इसलिए ट्रेनिंग के साथ-साथ तैयारी की और तीसरी बार परीक्षा में बैठे और टॉपर बन गए।
मीडिया से बातचीत में शुभम के पिता दयानंद सिंह ने बताया कि शुभम फिलहाल पुणे में ट्रेनिंग कर रहे हैं। पिछले साल भी परीक्षा में उन्होंने सफलता हासिल की थी। 290 उनका रैंक था। उन्हें इंडियन डिफेंस एकाउंट्स सर्विस मिला था।
परिवार में ख़ुशी की लहर-
शुभम के पिता देवानंद सिंह ग्रामीण बैंक के मैनेजर हैं। जबकि उनकी मां गृहणी हैं। दो भाई-बहनों में शुभम छोटे हैं। उन्होंने तीसरी बार में प्रतियोगिता में टॉप किया। पहली बार उन्होंने ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद प्रतियोगी परीक्षा दी थी। लेकिन उनका चयन नहीं हुआ था।
2012 में उन्होंने मैट्रिक पास किया जबकि इंटर की पढ़ाई उन्होंने झारखंड के बोकारो के चिन्मया से की और 2014 में परीक्षा पास की। उनकी प्राथमिक शिक्षा विद्या विहार, पड़ौरा से पूरी हुई। शुभम कुमार ने साल 2018 में आईआईटी मुंबई से सिविल इंजीनियरिंग की।
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