बाल विवाह का ‘बंधन’ तोड़ेगा एप !
बाल विवाह एक ऐसी महामारी है जिसके फंदे में फंस कर देश के बच्चों का भविष्य बनने से पहले ही अंधकार में डूब जाता है। यह एक ऐसी कुरीति है जिसके लिए समय-समय पर देश में तमाम संस्थाएं और लोग आवाज उठाते रहे हैं। इसके बाद भी हमारे देश में बाल विवाह की इस बीमारी में लोग फंसते जा रहे हैं। हमारे समाज में शिक्षा की कमी के चलते ऐसा हो रहा।
बिना जागरूकता के बाल विवाह को रोकना संभव नहीं
जबतक देश में लोगों को जागरुक नहीं किया जाएगा, तबतक बाल विवाह की इस भयानक बीमारी नहीं रोका जा सकता है। इस मुहिम में जबतक हमारे देश के युवा कदम से कदम नहीं मिलाएंगे तबक संभव नहीं है। देश से बाल विवाह को जड़ से खत्म करने के लिए देश के तमाम राज्य इस मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी कड़ी में बिहार में भी बाल विवाह के खिलाफ राज्य सरकार इस बदलते समाज में तकनीक के जरिए इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए कमर कस ली है।
एप के जरिए बिहार में रुकेगा बाल विवाह
बिहार सरकार बाल विवाह की इस कुप्रथा को खत्म करने के लिए एप की मदद से लोगों को जागरुक कर रही है। इस एप को संयुक्त राष्ट्र पॉप्युलेशन फंड के समर्थन से सिविल सोसाइटी ऑर्गेनाइजेशन ने मिलकर बनाया है। जेंडर अलांयस बिहार के इस पहल के तहत लांच किए गए इस एप का नाम बंधन तोड़ रखा गया है।
समाज को बेहतर बनाने की एक पहल
इस मौके पर राज्य के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जब लड़की पूरी तरह से सशक्त होगी तो हमारा समाज भी सशक्त होगा और एक अच्छे भविष्य का निर्माण करने में मदद मिलेगी। साथ ही जब मां शिक्षित होगी तो अपने बच्चों को भी शिक्षित करने में मदद मिलेगी जिससे शिक्षा के स्तर में बदलाव होगा। बाल विवाह के रुकने से महिला सशक्तिकरण भी होगा। इस एप के साथ ही कॉफी टेबल बुक औऱ बंधन तोड़ थीम सांग भी लांच किया गया।
Also Read : ‘पीआरपी’ थेरेपी से पाए गोरा बदन
बाल विवाह और दहेज प्रथा को रोकने में मिलेगी मदद
आपको बता दें कि बंधन तोड़ एप के जरिए बाल विवाह और दहेज प्रथा जैसी महामारी को भी रोकने में मदद मिलेगी। ये हैं बंधन तोड़ एप में फीचर्स- इस एप की खास बात ये है कि अगर किसी नाबालिग लड़की की शादी हो रही है तो लड़की इस एप के जरिए मदद मांग सकती है, इसमें एक एसओएस बटन होगा।
एप इंस्टॉल करने पर मिलेगा 100 रुपए
इस एप को इंस्टॉल करने पर यूजर को 100 रुपए भी मिलेंगे जो उसे मोबीक्यूक वॉलेट में मिलेगा। अगर कोई यूजर इसे दूसरे के फोन में इंस्टॉल करने के लिए भेजेगा तो एप के इंस्टॉल हो जाने पर उसे 50 रुपए मिलेगा जबकि इंस्टॉल करने वाले यूजर को 100 रुपए मिलेगा। इस एप के जरिए लोगों को विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी भी दी जाएगी।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)