चारधाम यात्रियों को बड़ा झटका ! इस तारीख तक लगी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक…
चारधाम यात्रा पर लगातार बढती जाती श्रद्धालुओं की भीड़ की वजह से नाकामयाब होती प्रशासन की व्यवस्थाओं को देखते हुए, फिलहाल उत्तराखण्ड की धामी सरकार ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पर 31 मई तक के रोक लगा दी है. इससे पहले ही सरकार ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी थी, जिसके चलते पिछले 6 दिनों से हरिद्वार सेंटर पर रजिस्ट्रेशन बंद हो गए थे. श्रद्धालु आनलाइन रजिस्ट्रेशन की उम्मीद लगाए हुए थे कि इस बीच चारधाम यात्रा पर ऑनलाइन और ऑफलाइन सभी रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी गयी है.
हालांकि, सरकार के इस फैसले पर श्रद्धालु खुश नहीं नजर आ रहे है, उनका कहना है कि, उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इतने दिनों तक वे कहां रहेंगे, क्या करेंगे ? 31 के बाद भी किसी को रजिस्ट्रेशन करना चाहिए या नहीं, यह भी नहीं पता है. वह यात्रा करना चाहते थे, लेकिन लगता है कि अब नहीं कर पाएंगे. यात्री रजिस्ट्रेशन स्थगित होने से निराश हैं, मगर फिर भी वे यात्रा करके ही वापस जाएंगे.
सीएम धामी ने एक्स पर दी ये जानकारी
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन रद्द होने को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने अपने एक्स अकाउंट से जानकारी देते हुए लिखा है कि, “सचिवालय में चारधाम यात्रा-2024 की व्यवस्थाओं एवं पेयजल, विद्युत आपूर्ति के संबंध में समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को 31 मई तक ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन पूरी तरह बंद करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही श्रद्धालुओं की संख्या को नियंत्रित करने हेतु टूर ऑपरेटर्स के लिए भी एडवाइजरी जारी करने के लिए निर्देशित किया.”
”श्रद्धालुओं से सम्मानपूर्वक व्यवहार करें”- सीएम धामी
सीएम धामी ने सुरक्षाकर्मियों को निर्देश देते हुए लिखा है कि, “जो भी पर्यटक बिना रजिस्ट्रेशन चारधाम यात्रा पर देवभूमि उत्तराखण्ड आ रहे हैं, उनकी सुविधा के लिए पुलिस-पर्यटन विभाग आपसी सामंजस्य से चार धाम के अतिरिक्त भी राज्य के अन्य धार्मिक व आध्यात्मिक पर्यटक स्थलों हेतु डायवर्जन प्लान तैयार करें.” इसके साथ ही सीएम ने कहा है कि, ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से कहा है कि वे अनुशासन का पालन और श्रद्धालुओं से सम्मानपूर्वक व्यवहार करें. साथ ही, अधिकारियों को यात्रा मार्ग और चार धाम में पेयजल और विद्युत की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं.
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10 मई से शुरू हुई थी चारधाम यात्रा
अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर केदारनाथ धाम, यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरूआत हुई थी, चारधाम यात्रा के पहले दिन ही देवभूमि में श्रद्धालुओं को भारी हुजूम देखने को मिला था. बताया जा रहा है, पहले दिन ही तकरीबन 30,000 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे. इसके बाद से भीड़ का यह सिलसिला जारी ही रहा है, जिसकी वजह से चारधाम यात्रा को लेकर तैयारी की गयी प्रशासनिक व्यवस्थाएं चरमराती नजर आयी है. जिसकी वजह से कई श्रद्धालुओं के मरने की भी खबर सामने आयी है. जिसके चलते उत्तराखंड प्रशासन ने रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाने का फैसला लिया है.