ममता सरकार को बडा झटका, HC ने कोलकाता रेप केस में दिया CBI जाँच के आदेश
नई दिल्ली: कलकत्ता हाईकोर्ट ने आज ममता सरकार को बडा झटका दिया है. हाईकोर्ट ने आरजी कर मेडिकल कालेज और अस्पताल में हुए रेप केस के CBI जांच के आदेश दिए है. कोर्ट ने सभी दस्तावेज तुरंत सीबीआई को देने को कहा है. कलकत्ता हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस टीएस शिवगनम की अध्यक्षता वाली बेंच वाली बेंच इस मामले में सुनवाई कर रही थी. यह सुनवाई पीड़ता के माता पिता की याचिका पर हो रही थी.
दिल्ली समेत इन देश के इन अस्पतालों में बंद हैं सेवाएं
दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में वरिष्ठ डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं. ऐसे में OPD में रेजिडेंट डॉक्टर अपनी सेवाएं नहीं देंगे. हालांकि, इस हड़ताल के दौरान इमरजेंसी सेवा चालू रहेगी. डॉक्टरों ने सीबीआई से पूरे मामले की जांच की मांग की है. कहा है कि देश भर में डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए.
इसके अलावा देश के कई सारे अस्पताल है, जिनमें मेडिकल सेवाएं बंद रहने वाली है. इसमें लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज, कलावती बाल चिकित्सालय, सुचेता कृपलानी हॉस्पिटल, सफदरजंग अस्पताल, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज से संबंधित लोकनायक अस्पताल, जीबी पंत, दीनदयाल उपाध्याय हॉस्पिटल समेत कई सारे सरकारी अस्पतालों में आज ओपीडी सेवाएं बाधित है. इसके अलावा इलेक्टिव सर्जरी और लैब में काम बंद रहेगा.
आरजी के प्रिंसिपल संदीप घोष ने दिया इस्तीफा
वहीं इस रेप हादसे के बाद में जिस कॉलेज में इस हादसे को अंजाम दिया गया यानी आरजी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्रिंसिपल संदीप घोष ने अपना इस्तीफा दे दिया है. आपको बता दें कि, इस घटना के बाद प्रदर्शन कर रहे आक्रोशित रेजिडेंट डॉक्टर लगातार प्रिंसिपल संदीप घोष के इस्तीफे की मांग कर रहे थे. इसके बाद आज संदीप घोष ने अपना इस्तीफा दे दिया है.
देशभर के रेजिड़ेंट डॉक्टर देशव्यापी हड़ताल पर
इस घटना के विरोध में देशभर के रेजिड़ेंट डॉक्टर देशव्यापी हड़ताल पर चले गए हैं. रेजिडेंट डॉक्टरों के देशव्यापी संगठन फेडरेशन ऑफ आल इंडिया रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने देश के सभी सरकारी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) से आंदोलन की घोषणा की है. इसके बाद दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल और आरएमएल अस्पताल के बाहर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं लखनऊ (उत्तर प्रदेश) के केजीएमयू अस्पताल में भी डॉक्टरों ने बैनर-पोस्टर लगाए हैं. बता दें कि, दिल्ली सहित देश भर के सभी सरकारी अस्पतालों में रेजिडेंट डॉक्टरों ही ओपीडी, सर्जरी और लैब की देखभाल करते हैं. यही कारण है कि इन डॉक्टरों की हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं.