छात्राओं के प्रदर्शन पर झुका BHU प्रशासन, आरोपी प्रोफेसर की हुई छुट्टी
वाराणसी में बीएचयू छात्राओं का धरना प्रदर्शन खत्म हो गया है। देर शाम छात्र -छात्राओं की कमेटी को बीचयू प्रशासन ने वार्ता के लिए बुलाया। स्टूडेंट्स की मांग पूरी हुई और आरोपी प्रोफेसर को लम्बी छुट्टी पर भेज दिया गया। इस के बाद स्टूडेंट्स का धरना प्रदर्शन खत्म हुआ। वहीं इस मामले में -एक्जीक्यूटिव कमेटी मामले पुनर्विचार करेगी।
मांग पूरी होने पर BHU छात्राओं का धरना समाप्त
इस मामले में विवि प्रशासन ने बताया कि कुछ छात्र छात्राएं बाहरी तत्वों के साथ मिलकर विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर आवागमन को बाधित कर धरने पर बैठ गये। जिससे न केवल विश्वविद्यालय के शैक्षणिक माहौल को क्षति पहुँची बल्कि शहर के आमजनो, मुख्य रुप से सर सुन्दरलाल चिकित्सालय में चिकित्सा हेतु आने वाले मरीजों को भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
आरोपी प्रोफेसर एस के चौबे को लंबी छुट्टी पर भेजा गया
प्रशासन ने बताया कि फहरने पर बैठे लोगों की मांग थी कि प्रो० शैल कुमार चौबे, जन्तु विज्ञान विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, जिनपर पीछे दिनों जन्तु विज्ञान विभाग के कुछ छात्राओं द्वारा लैंगिक उत्पीड़न की शिकायत की गयी थी, को विश्वविद्यालय सेवा से बर्खास्त कर दिया जाय।
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एक्जीक्यूटिव कमेटी मामले पर पुनर्विचार करेगी
इस बाबत विश्वविद्यालय की आंतरिक जाँच समिति द्वारा जाँच की गयी थी और रिपोर्ट पर विचार किये जाने के बाद प्रो० शैल कुमार चौबे को “सेन्श्योर” की सजा दी गयी । इसके अतिरिक्त उन्हें भविष्य में इस प्रकार के सभी गतिविधियों के दायित्वों से मुक्त रखने का आदेश दिया गया है। उन्हें दी गयी उपरोक्त सजा उनके सेवा अभिलेख में भी दर्ज किया गया है।
बीएचयू सिंह द्वार पर पिछले 25 घंटे से दे रही थी धरना
वहीं विवि के इस फैसले के बाद भी छात्राओं में नराजगी थी, उनकी मांग थी कि आरोपी प्रोफेसर को बर्खास्त किया जाए। जिसके लिए तकरीबन 25 घंटों से छात्र छात्राएं सिंहद्वार पर धरने पर बैठे रहे। जिसके बाद छात्र कमिटी के सदस्यों को वीसी ने बातचीत के लिए बुलाया। बात चीत में स्टूडेंट्स की मांग को मांगते हुए आरोपी प्रोफेसर को लम्बी छुट्टी पर भेज दिया गया और प्रोफेसर के केस पर पुनर्विचार शुरू कर दिया है।