पीएम का संसदीय क्षेत्र बनेगा मेडिकल हब

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काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) को उत्तर भारत का मेडिकल हब बनाने की दिशा में काम शुरू कर दिया गया है। पूर्वांचल का एम्स कहे जाने वाले सर सुंदरलाल हॉस्पिटल में कैंसर और मैटर्नल चाइल्ड हेल्थ सेंटर के बाद अब 200 करोड़ की लागत वाले सुपर स्पेशिऐलिटी कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य शुक्रवार को भूमि पूजन के साथ शुरू हो गया।

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450 बेड वाले इस कॉम्प्लेक्स के जनवरी 2019 तक तैयार होने पर यहां हृदय, गुर्दा, मस्तिष्क संबंधी सभी गंभीर बीमारियों का इलाज एक ही छत के नीचे हो सकेगा। इसके साथ ही इस कॉम्प्लेक्स में 100 बेड का मानसिक रोग चिकित्सालय खोलने की भी तैयारी की जा है। बीएचयू में बनने वाले इस सुपर स्पेशिऐलिटी कॉम्प्लेक्स का शिलान्यास 22 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने वाराणसी दौरे में किया था।

आदित्य इंफ्रास्ट्रक्चर को जमीन उपलब्ध करा दी गई है

केंद्र की ओर से धनराशि अवमुक्त होने के बाद केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की देखरेख में इस कॉम्प्लेक्स का निर्माण शुरू हुआ है। भवन निर्माण के लिए धनबाद की कंपनी कमल आदित्य इंफ्रास्ट्रक्चर को जमीन उपलब्ध करा दी गई है।

30 हजार वर्गमीटर में बनेगा कॉम्प्लेक्स

शिलान्यास के बाद इस कॉम्प्लेक्स के बारे में बताते हुए सर सुंदरलाल चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. ओ.पी.उपाध्याय ने बताया कि सुपर स्पेशिऐलिटी कॉम्प्लेक्स हॉस्पिटल के वर्तमान भवन के पास ही करीब 30 हजार वर्ग मीटर एरिया में बनेगा। 450 बेड के इस अस्पताल में में कार्डियोलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी-सर्जरी समेत सुपर स्पेशियलिटी के सभी विभागों को जगह मिलेगी।

31 जनवरी 2019 तक निर्माण पूरा करने का लक्ष्य

उन्होंने बताया कि इस अस्पताल में 65 बेड का आईसीयू और 15 ओटी होगी। उन्होंने बताया कि 31 जनवरी 2019 तक सुपर स्पेशिऐलिटी कॉम्प्लेक्स के निर्माण कार्य को पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके तैयार हो जाने पर पूर्वांचल के अलावा बिहार और नेपाल तक के मरीजों को बेहतर उपचार के लिए दिल्ली या दूसरे बड़े शहरो में जाने की जरूरत नहीं होगी।

(साभार – एनबीटी)

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