श्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन प्रतियोगिता: तरक्की और बदलाव का एक पन्ना
केन्द्रीय मंत्रालय की सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन प्रतियोगिता का आयोजन प्रतिवर्ष होता है
हर साल की तरह भी इस पर्यटन दिवस के अवसर पर केंद्र सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा ”श्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन प्रतियोगिता” के तहत श्रेष्ठ गांव का पुरस्कार दिया गया है. इस साल यह पुरस्कार और सम्मान गुजरात के छोटा उदयपुर जिले के क्वांट तालुका के ‘हाफेश्वर गांव” ने हासिल किया है. पर्यटन मंत्रालय द्वारा हाफेश्वर गांव को यह पुरस्कार हेरिटेज श्रेणी में दिया गया है. राज्य में पर्यटन स्थलों के व्यापक विकास से गुजरात का छोटा सा गांव हाफेश्वर आज विश्व पर्यटन क्षेत्र में एक विशिष्ट स्थान हासिल कर चुका है. ऐसे में आज हम जानेंगे कि आखिर इस पुरस्कार का उद्देश्य क्या है और इसे कब से दिया जा रहा है. साथ ही अब तक यह पुरस्कार कितने गांवों को मिल चुका है…
क्या है ”श्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन प्रतियोगिता”?
श्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन प्रतियोगिता एक ऐसी पहल है जो ग्रामीण क्षेत्रों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जाती है. इसका उद्देश्य है ग्रामीण इलाकों में पर्यटन की संभावनाओं को पहचानना और स्थानीय संस्कृति, कला, और परंपराओं को प्रदर्शित करना. इस प्रतियोगिता के अंतर्गत विभिन्न गांवों और क्षेत्रों को उनके पर्यटन अनुभवों, सुविधाओं और सेवाओं के आधार पर मूल्यांकित किया जाता है. विजेता गांवों को पुरस्कार और मान्यता मिलती है, जिससे वहां के निवासियों को आर्थिक और सामाजिक लाभ होता है. इस तरह की प्रतियोगिताएं न केवल स्थानीय विकास में सहायक होती हैं, बल्कि पर्यटकों को भी अद्वितीय अनुभव प्रदान करती हैं, जिससे वे ग्रामीण जीवन और संस्कृति के करीब आ सकते हैं.
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प्रतियोगिता में कैसे होता है चयन ?
”श्रेष्ठ ग्रामीण पर्यटन प्रतियोगिता” में हिस्सा लेने के लिए पर पर्यटन विभाग की वेबसाइट पर आवेदन निकाला जाता है. इसी माध्यम पर भेजे जाने पर उनकी जांच की कर जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन किया जाता है. इसके अलावा इस प्रतियोगिता में गांवों का चयन कई मापदंडो के आधार पर किया जाता है जो इस प्रकार है….
पर्यटन सुविधाएं: गांव में उपलब्ध होटलों, होमस्टे, और अन्य आवास सुविधाओं की गुणवत्ता
संस्कृति और परंपरा: गाँव की स्थानीय संस्कृति, कला, और परंपराओं का संरक्षण और प्रदर्शन.
स्वच्छता और बुनियादी ढाँचा: गांव की साफ-सफाई, सड़कें, और अन्य बुनियादी सुविधाएं.
स्थानीय उत्पाद और हस्तशिल्प: गांव में उत्पादित वस्त्र, हस्तशिल्प, और स्थानीय खाद्य पदार्थों की विविधता.
सामुदायिक भागीदारी: गांव के निवासियों की प्रतियोगिता में सक्रिय भागीदारी और स्थानीय समुदाय का समर्थन.
सतत विकास: पर्यावरण संरक्षण और सतत पर्यटन प्रथाओं का पालन.
प्रतियोगिता में भाग लेने वाले गांवों को इन मानदंडों के अनुसार मूल्यांकित किया जाता है और विशेषज्ञों की एक जूरी या समिति अंतिम निर्णय लेती है. इस प्रक्रिया से सबसे सक्षम और आकर्षक गांवों का चयन किया जाता है.
किन श्रेणियों में दिया जाता है पुरस्कार ?
इस पुरस्कार को देने के लिए विभिन्न श्रेणियों को सुनिश्चित किया गया है, जिनके आधार पर ही गांवों का चयन व परिणाम घोषित किया जाता है. यह निम्न प्रकार से होती है…
1- सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – हेरिटेज
2-सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – कृषि पर्यटन
3-सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – शिल्प
4- सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – जिम्मेदार पर्यटन
5- सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – वाइब्रेंट विलेज
6- सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – साहसिक पर्यटन
7- सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – समुदाय आधारित पर्यटन
8- सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव – कल्याण
इस प्रतियोगिता को कराने के पीछे का क्या है उद्देश्य ?
इस प्रतियोगिता को कराने के पीछे का सरकार का उद्देश्य देश के गांवों को आर्थिक लाभ पहुंचाना है, जिससे वहां के स्थानीय व्यवसाय और आजीविका में सुधार हो सकें. इसके अलावा सम्मानित गांवों को अपनी संस्कृति, परंपराओं और कला को संरक्षित करने का प्रोत्साहन मिले और यह अनमोल धरोहर आने वाली अगली पीढी को मिलती रहे. पुरस्कारों से गांवों में पर्यटन की संभावनाएं बढ़ती हैं, जिससे अधिक पर्यटक आकर्षित होते हैं और स्थानीय समुदाय को लाभ होता है. गांवों में नई और अनूठी पर्यटन गतिविधियों को पहचानने और मान्यता देने का अवसर मिलता है. प्रतियोगिता स्थानीय निवासियों को सक्रिय रूप से शामिल होने और अपने गांव को बेहतर बनाने के लिए प्रेरित करती है.
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कब हुई थी इस प्रतियोगिता की शुरूआत, कितने गांव हुए सम्मानित ?
साल 2023 में इस प्रतियोगिता की शुरूआत की गई थी. इसका उद्देश्य है ग्रामीण इलाकों में पर्यटन की संभावनाओं को पहचानना और स्थानीय संस्कृति, कला, और परंपराओं को प्रदर्शित करना था. वहीं साल 2023 के इस प्रतियोगिता के पहले संस्करण में कुल 35 गांवों को सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव के रूप में मान्यता दी गई. इनकी सूची इस प्रकार है…
क्र. सं. | राज्य | गाँव | वर्ग |
1. | जम्मू और कश्मीर | दवार | स्वर्ण |
2. | केरल | कंथालूर | स्वर्ण |
3. | मध्य प्रदेश | माडला | स्वर्ण |
4. | मिजोरम | रीइक | स्वर्ण |
5. | उत्तराखंड | सरमोली | स्वर्ण |
6. | आंध्र प्रदेश | लेपाक्षी | रजत |
7. | अरुणाचल प्रदेश | शेरगांव | रजत |
8. | उतार प्रदेश | कुरुआना | रजत |
9. | छत्तीसगढ | सरोधादादर | रजत |
10. | लद्दाख | हेमिस | रजत |
11। | लक्षद्वीप | कलपेनी | रजत |
12. | गुजरात | खिजड़िया | रजत |
13. | ओडिशा | रघुराजपुर | रजत |
14. | राजस्थान | मेनार | रजत |
15. | तेलंगाना | पेमबर्थी | रजत |
16. | हरयाणा | तालाब | कांस्य |
17. | हिमाचल प्रदेश | छितकुल | कांस्य |
18. | झारखंड | मेकलुस्कीगंज | कांस्य |
19. | कर्नाटक | हम्पी | कांस्य |
20. | मध्य प्रदेश | खोखरा | कांस्य |
21. | महाराष्ट्र | पटगांव | कांस्य |
22. | मेघालय | कोंगथोंग | कांस्य |
23. | नगालैंड | डाइज़ेफ़े | कांस्य |
24. | पुदुचेरी | तिरुनल्लार | कांस्य |
25. | पंजाब | नवांपिंड सरदारन | कांस्य |
26. | राजस्थान | नौरंगाबाद-श्री महावीरजी | कांस्य |
27. | सिक्किम | किताम | कांस्य |
28. | तमिलनाडु | वेट्टाइकरनपुदुर | कांस्य |
29. | तमिलनाडु | उल्लादा | कांस्य |
30. | तेलंगाना | चांदलापुर | कांस्य |
31. | त्रिपुरा | विद्यासागर | कांस्य |
32. | पश्चिम बंगाल | किरितेश्वरी | कांस्य |
33. | असम | बिश्वनाथ घाट | कांस्य |
34. | दादरा और नगर हवेली तथा दमन और दीव | देवका | कांस्य |
35. | गोवा | कोतिगाओ | कांस्य |