बीएचयू में कोर्स पूरा कर चुके बांग्लादेशी विद्यार्थियों को खाली नहीं करना होगा छात्रावास

बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के मद्देनज़र विद्यार्थियों के हित में निश्शुल्क रहने की अनुमति दी गई है.

0

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय ने बांग्लादेश में स्थिति सामान्य होने तक देश के उन विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के छात्रावासों में निश्शुल्क रहने की अनुमति प्रदान कर दी है, जो फिलहाल बीएचयू परिसर में ही रह रहे हैं तथा अपना कोर्स पूरा कर चुके हैं. सामान्यतः कोर्स पूरा होने पर विद्यार्थियों को हॉस्टल ख़ाली करना होता है और तय अवधि से अधिक रहने पर गेस्ट शुल्क का भुगतान करना होता है. बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति के मद्देनज़र विद्यार्थियों के हित में यह निर्णय लिया गया है. अंतरराष्ट्रीय केन्द्र के समन्वयक प्रो. एसवीएस राजू ने बताया कि कोर्स पूरा करने वाले विद्यार्थियों को हॉस्टल छोड़ने पर वापस बांग्लादेश जाने में आने वाली चुनौतियों को देखते हुए यह फैसला किया गया है. उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और वे स्थिति सामान्य होने तक छात्रावासों में रह सकते हैं.

बांग्लादेश के 125 छात्र बीएचयू में ले रहे शिक्षा

प्रति वर्ष सैकड़ों की संख्या में अंतरराष्ट्रीय विद्यार्थी काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेते हैं. इनमें बड़ी तादाद में बांग्लादेशी विद्यार्थी भी होते हैं, जिनमें से अधिकतर बीएचयू के छात्रावासों में रहते हैं. इस क्रम में बीएचयू में पढ़ने वाले 25 बांग्लादेशी छात्र भी इस दौर में वापस वतन नहीं लौटना चाहते हैं. उन्होंतने लौटने से इन्कार किया है. उनकी अर्जी को स्वीकार करते हुए बीएचयू प्रशासन ने हॉस्टल में रहने की अनुमति दे दी है.

Read Also-वाराणसी के चोलापुर में हुई लूट में तीन गिरफ्तार, पुलिस टीम को इनाम

बांग्लादेश के 150 छात्र-छात्राएं बीएचयू में पढ़ते हैं. अंतिम वर्ष की परीक्षा देने के बाद 25 छात्रों को हॉस्टल खाली कर वापस वतन लौटना था. इसी बीच बांग्लादेश में हिंसा फैल गई. इस पर वापस लौटने वाले छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन को अर्जी देकर माहौल शांत होने तक हॉस्टल में रहने की अनुमति मांगी थी. इस पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन्हें अनुमति प्रदान कर दी है.

बांग्लादेश के छात्र बीएचयू छात्रावासों में निश्शुल्क रहेंगे
बांग्लादेश के छात्र बीएचयू छात्रावासों में निश्शुल्क रहेंगे

क्या हुआ था बांग्लादेश में

बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरु हुए बवाल ने प्रधानमंत्री शेख हसीना से उनकी कुर्सी छीन ली. भारी हिंसक प्रदर्शन के बाद तख्तापलट हो गया. प्रधानमंत्री शेख हसीना को भाग कर भारत में शरण लेना पड़ा है. उनके बांग्लादेश छोड़ते ही पूरे देश में भारी बवाल देखा जा रहा है. बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हमले हो रहे हैं.

Read Also- वाराणसी में गंगा का बढ़ रहा है जलस्तर, प्रशासन अलर्ट, आज से छत पर होगी गंगा आरती

वहीं शेख हसीना भाग कर भारत आ गई हैं. सोमवार को वह भारत पहुंची और वह यहां कुछ समय के लिए शरण ले सकती हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक बाद में यहां से वह लंदन जा सकती हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुरक्षा और बांग्लादेश के हालात को लेकर मीटिंग की. संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने लोकतांत्रिक तरीके से सत्ता परिवर्तन की बात कही है.

Leave A Reply

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More