Bangladesh: मंदिर पहुंचे मोहम्मद यूनुस, मरहम लगाने की कोशिश…

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नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा के बीच बांग्लादेश की राजधानी ढाका से बड़ी खबर सामने आई है. अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस आज ढाका के ढाकेश्वरी माता मंदिर पहुंचे. ढाका ट्रिब्यून के अनुसार मोहम्मद यूनुस ने कहा कि अंतरिम सरकार के प्राइम गोल मानवाधिकार को बहाल करना और सभी के लिए फ्रीडम ऑफ़ स्पीच को तय करना है.

हिन्दू समुदाय के लोगों से की अपील…

रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने हिन्दू समुदाय के लोगों से कहा कि वो खुद को बांग्लादेशी मिट्टी की संतान माने और इंसान की तरह ट्रीट करें. उन्होंने कहा कि आप सिर्फ यह कहें कि आप इंसान हो, बांग्लादेश के नागरिक हो और यह आपका संवैधानिक अधिकार है और यह सुनिश्चित करना है. आप इसे डिमांड करें और कुछ नहीं.

उन्होंने कहा कि कानून की नजर में सब समान है और लोगों के बीच में मतभेद पैदा करने की कोई कोशिश नहीं हुई. मैं यहां ये कहने के लिए हूं कि हम सभी बराबर है. मतभेद का कोई स्कोप नहीं है.

हिन्दू धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय

बता दें कि बांग्लादेश में हिंदू सबसे बड़ा धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय है, देश में हिन्दुओं की आबादी तकरीबन 10 फीसदी है. बीते हफ्ते शेख हसीना के अचानक इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद हिंदू समुदाय भीड़ के निशाने पर रहा है. कई शहरों में हिन्दुओं के घरों, मंदिरों और दुकानों पर हमले हुए हैं. बांग्लादेश हिंदू, बौद्ध, ईसाई ओइक्या परिषद ने 52 जिलों में अल्पसंख्यकों के खिलाफ 205 हिंसक घटनाएं होने का दावा किया है.

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हिंदुओं से बर्बरता और प्रदर्शन

पिछले हफ्ते ढाका और चटगांव में हजारों हिंदुओं ने अपने मंदिरों, घरों और व्यवसायों पर हमलों से सुरक्षा की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन किया. शनिवार, 10 अगस्त को ढाका के शाहबाग में हिंदू प्रदर्शनकारियों ने तीन घंटे से ज्यादा समय तक यातायात बाधित रखा. वे अल्पसंख्यकों पर अत्याचार करने के आरोपियों पर मुकदमा चलाने के लिए विशेष अदालतों, अल्पसंख्यकों के लिए 10 प्रतिशत संसदीय सीटें और अल्पसंख्यक सुरक्षा कानून बनाने की मांग कर रहे हैं.

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