बनारस: नो इंट्री में घुसे ट्रैक्टर ट्राली ने कक्षा 6 के छात्र को कुचला, हुई मौत
वाराणसी: नो इंट्री में घुसे नशे में धुत ट्रैक्टर ट्राली चालक ने स्कूटी में टक्कर मार दी। स्कूटी चला रहे पिता हादसे में बाल-बाल बच गए लेकिन साथ रहा कक्षा 6 का छात्र ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आ गया। ट्रैक्टर ट्राली छात्र को कुचलते हुए आगे बढ गई। हादसे में गंभीर रूप से जख्मी छात्र को क्षेत्र के निजी अस्पताल के बाद बीएचयू के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां उपचार के दौरान उसने दम तोड़ दिया। जानकारी मिलते ही उसके घर कोहराम मच गया।
दुर्घटना भिखारीपुर तिराहे के पास शुक्रवार की सुबह हुई। हादसे के बाद क्षेत्र के लोगों ने ट्रैक्टर-ट्राली चालक को पकड़ जमकर पीटा। चालक शराब के नशे में घुत था। लोगों ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया. उधर इस घटना का दुखद पहलू यह है कि घटना के बाद घटनास्थल को लेकर भेलूपुर और मंडुवाडीह थानों के बीच सीमा विवाद में मामला उलझा रहा। बाद में भेलूपुर पुलिस ने चालक को हिरासत में लेकर ट्रैक्टर ट्राली को कब्जे में लिया।
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भेलूपुर थाना क्षेत्र के गायत्री नगर शुकुलपुर के रहने वाले प्रसुन्न भट्टाचार्य बेटे सौरभ को अपनी स्कूटी से छोड़ने उसके विद्यालय जा रहे थे। सौरभ बीएलडब्ल्यू परिसर स्थित सेंट जांस स्कूल के कक्षा छह का छात्र है. भिखारीपुर तिराहा के पास पीछे से तेज गति से आये नशे में धुत ट्रैक्टर चालक ने स्कूटी में टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही सौरभ स्कूटी से गिर गया ट्रैक्टर ट्राली के पहिए के नीचे आ गया। चालक उसे कुचलते हुए आगे बढ़ गया। सौरभ के कमर के नीचे की हड्डियां गंभीर रूप से टूट गई तथा आंत में भी गंभीर चोट आई थी।
नो इंट्री के बाद भी धड़ल्ले से जा रहा ट्रैक्टर चालक
स्थानीय लोगों का आरोप था कि सुबह सात बजे शहर में नो एंट्री लागू हो जाती है। लेकिन सुबह सात ट्रैक्टर लेकर चालक धड़ल्ले से घुसा जिसके चलते दुर्घटना हुई। दुर्घटना की सूचना पर देखते ही देखते बड़ी संख्या में अभिवावक मौके पर पहुंच गए। लोग समीप ही सुंदरपुर चौकी पर पहुंचे जहां चौकी इंचार्ज मौजूद नहीं थे। आरोप है कि जब लोगों ने उनके मोबाइल फोन पर बात की तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना ढंग से बात की। अभिभावकों के सूचना पर भेलूपुर एसीपी प्रवीण सिंह के निर्देश पर महमूरगंज चौकी इंचार्ज हादसे के एक घंटे बाद पहुचे। भेलूपुर इंस्पेक्टर ने घटनास्थल पर आने की बजाय महत्वपूर्ण कार्य के चलते आने से इंकार कर दिया. आक्रोशित लोगों ने इसकी सूचना क्षेत्रीय विधायक सौरभ श्रीवास्तव को दी. विधायक ने जब पुलिस कमिश्नर को सूचना दी तो इंस्पेक्टर भिखारीपुर स्थित निजी अस्पताल पहुंचे। भाजपा नेता अमित राय ने बताया कि घटना की सूचना के एक घंटे बाद पुलिस पहुंची। लेकिन मामला भेलूपुर और मंडुवाडीह थानों के सीमा विवाद में उलझा रहा। छात्र को पहले निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसे छह यूनिट रक्त की जरूरत थी।
भिखारीपुर में जमकर बवाल होने के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं
वैसे तो भिखारीपुर में कई हादसे हो चुके हैं। हर बार हंगामा-चक्काजाम के बाद अधिकारियों ने अवैध वाहनों का संचालन रोकने का आश्वासन दिया गया लेकिन उसका पालन नहीं हो सका। 25 जनवरी 2013 की सुबह हाथ का प्लास्टर कटवाने निकले 15 वर्षीय किशोर दीपू के दोनों पैर तेज रफ्तार ट्रक ने कुचल दिया था. घटना से गुस्साए क्षेत्रीय नागरिकों ने ट्रक को आग के हवाले कर भिखारीपुर तिराहे पर चक्काजाम कर दिया था। मौके पर पहुंची तीन थानों की फोर्स ने ग्रामीणों पर जहां लाठीचार्ज किया था वहीं घायल किशोर की दादी की पिटाई भी कर दी थी जिससे मामला और बिगड़ गया था। गुरिल्ला युद्ध की स्थिति रही। इस मामले में पुलिस ने आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था। कई लोगों पर मुकदमे दर्ज हुए थे। तब पुलिस अधिकारियों ने ट्रकों व ट्रैक्टर ट्रलियों पर प्रतिबंध लगाने और हाईगेट लगाने की व्यवस्था की थी। लेकिन अब फिर अवैघ ढंग से प्रतिबंधित वाहनों का संचालन शुरू हो गया है जिसकी चपेट में आज एक छात्र को अपनी जान गंवानी पड़ी।