बांके बिहारी मंदिर में बुजुर्ग, बीमार, दिव्यांगों की एंट्री पर लगी रोक, जानें वजह…

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साल 2024 खत्म होने वाला है. ऐसे में देश भर में नए साल की आगमन पर जश्न की तैयारी शुरू हो गयी है, हर कोई इस दिन को खास बनाने के लिए किसी मंदिर या खूबसूरत जगह का रूख करता है. यही वजह है कि, नए साल पर पहाड़ी इलाकों में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो जाता है, लेकिन नए साल के खास मौके पर वृदांवन के बांके बिहारी लाल मंदिर में बुजुर्ग, बीमार, दिव्यांगों को लेकर बड़ा एलान किया गया है, जिसमें उनके न आने की अपील की गयी है. ऐसे में क्या है ऐसी अपील की पीछे की वजह आइए जानते हैं …

बुजुर्ग, बीमार, दिव्यांगों एंट्री पर क्यों लगी रोक

दरअसल, पुराने साल के अंत और नए साल के आगमन में ठाकुर जी के बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन करने के लिए देश ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक पहुंचने वाले हैं, ऐसे में मंदिर में भारी भीड़ होने की संभावना जताई जा रहा है. हालांकि, इस भारी भीड़ को लेकर मंदिर प्रशासन की तरह से पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिसके लिए मंदिर के प्रवेश के साथ ही भक्तों को दर्शन कर बाहर निकालने की व्यवस्था की जा रही है. जिससे मंदिर के अंदर भक्तों जमावड़ा नहीं लग पाएगा. लेकिन फिर भी भारी भीड़ को मद्देनजर रखते हुए मंदिर प्रबंधन ने बुजुर्ग, बीमार, दिव्यांगों को भीड़ का आंकलन करते हुए ही मंदिर आने की अपील की गयी है ताकि, भीड़ के दबाव में किसी भी भक्त को दिक्कत का सामना न करना पड़े. साथ ही यह व्यवस्था कल यानी रविवार से लागू हो जाएगी.

मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था होगी सख्त

शनिवार और रविवार की छुट्टियों के बाद सोमवार को दफ्तर खुलेंगे और उसके बाद 25 दिसंबर से छुट्टियों का दौर शुरू होगा. इस दौरान दिल्ली और एनसीआर के श्रद्धालु वृंदावन पहुंचने लगेंगे. श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि को देखते हुए मंदिर प्रबंधन ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है. रविवार से मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के बाद उन्हें तुरंत बाहर निकाला जाएगा. मंदिर में ठहराव को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सुरक्षा इंतजाम भी मजबूत किए जा रहे हैं और इस सिलसिले में सुरक्षागार्डों की संख्या बढ़ाई गई है.

मंदिर प्रबंधन ने जिला प्रशासन से साल के अंतिम हफ्ते और नए वर्ष के पहले हफ्ते में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने की मांग की है, ताकि श्रद्धालुओं को बाजार से मंदिर तक कतारबद्ध तरीके से पहुंचाया जा सके. इस पहल से श्रद्धालुओं के दर्शन अनुभव को सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की कोशिश की जा रही है, ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और मंदिर में आने वाले लोगों को कोई परेशानी न हो.

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यह होगी सुरक्षा व्यवस्था

मंदिर प्रबंधक मुनीश शर्मा ने बताया कि, ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की सुगम आवाजाही के लिए विद्यापीठ, हरिनिकुंज, जुगलघाट और किशोरपुरा मार्गों पर क्लार्करूम बनाए गए हैं, जहां श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल उतारकर और सामान रखकर मंदिर की ओर बढ़ेंगे.

-विद्यापीठ, हरिनिकुंज और किशोरपुरा से आने वाले श्रद्धालु गली संख्या तीन से होकर मंदिर के प्रवेशद्वार तीन से मंदिर में प्रवेश करेंगे, जबकि जुगलघाट और दाऊजी मंदिर से आने वाले श्रद्धालु गली संख्या दो के प्रवेशद्वार दो से मंदिर में दाखिल होंगे.

-मंदिर के निकासद्वार गेट संख्या एक और चार होंगे, जबकि वीआईपी प्रवेश गेट संख्या पांच से होगा. मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगमोहन में श्रद्धालुओं की संख्या निर्धारित की गई है. इसके लिए सीढ़ियों पर रस्सा बांध दिया गया है, जिससे हर समय निर्धारित संख्या में श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा.

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