लखनऊ की चाट और शाम-ए-अवध के थे दीवाने ‘अटल’
शाम ए अवध के जायके का तो हर कोई दीवाना हो जाता है। लखनऊ के व्यंजनों का जायका पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी बरबस खींच लाता था। खाने पीने के बेहद शौकीन थे अटल बिहारी वाजपेयी। दरअसल, अटल बिहारी बाजपेयी का लखनऊ के साथ बहुत जुड़ाव रहा है। ये उनकी कर्मभूमि भी रही है।
लखनऊ से 5 बार सांसद रह चुके हैं। अटल जी का लखनऊ से खास जुड़ाव रहा है। जिन लोगों से उनका लगाव था और यहां कि हर गली और चौराहे पर देर शाम तक समय व्यतीत करते थे।
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वो चौक की सड़कों पर ऐसे ही शामें गुजार दिया करते थे। इतना ही नहीं लखनऊ के जिस भी दुकान पर उन्होंने कुछ भी खाया उन लोगों ने उस याद को फोटो में कैद कर लिया।
अमीनाबाद और चौक की चाट और मिठाई का स्वाद
इन फोटो को दुकानदारों ने बड़ी शान के साथ अपनी दुकान में लगा दी। इतना ही नहीं शायद ही ऐसा कोई दिन होता था जब अटल अमीनाबाद और चौक की चाट और मिठाई का स्वाद न लेते हो। चौक की शंभू हलवाई की रबड़ी अटल बिहारी वाजपेयी को चौक के शंभू हलवाई की दुकान की रबड़ी और गणेशगंज के नौबत हलवाई की जलेबियां बहुत पसंद थीं।
गणेशगंज में तिवारी की चाट के चटकारे
लखनऊ के गणेशगंज के तिवारी चाट के भी खूब मजे लेते थे। ऐसा कोई दिन नहीं जाता था जब अटल बिहारी बाजपेयी तिवारी की दुकान की चाट न खाते हो। इतना ही नहीं अटल बिहारी बाजपेयी को कब्र के पास वाली मिठाई की दुकान की इमरती वो दूध के साथ उसे खाना बेहद पंसद था।
चाहे वो कोई भी दुकान हो हर जगह जिक्र उन्ही का जिक्र चौक की किसी भी दुकान पर आप चले जाए जहां उन्होंने कुछ खाया वो दुकानदार हो या वहां के स्थानीय लोग वो किस्से और कहानियां सुना रहे है।
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