अमेरिका के लिए खतरा बने असांजे जेल से रिहा, जानें कौन हैं और क्यों हो रही चर्चा ?

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अमेरिका के लिए खतरा माने जाने वाले हैकर और विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को बीते बुधवार को अमेरिका की अदालत ने रिहा कर दिया है. उनपर अमेरिकी खुफिया दस्तावेज लीक करने का आरोप लगा था जिसका दोषी पाए जाने के बाद से वे इस अपराध की सजा काट रहे थे. वहीं इस रिहाई के साथ ही असांजे की लंबी कानूनी लड़ाई का भी अंत हो गया है. कोर्ट से रिहाई मिलने के साथ ही असांजे अपने देश ऑस्ट्रेलिया चला गया था. लेकिन अब सवाल यह है कि, यह है कौन और दुनिया भर में इसकी चर्चा हो क्यों हो रही है ? यदि आपके मन में भी यह सवाल आ रहा है तो, इस खबर को विस्तार से पढें आपको सारे जवाब मिल जाएंगे…

कौन है जूलियन असांजे ?

साल 1971 जूलियन असांजे का जन्म ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड प्रांत के टाउंसविल में हुआ था. शिक्षा ग्रहण करने के दौरान किशोरावस्था में असांजे को कम्प्यूर में काफी रूचि होने लगी थी. लेकिन यह रूचि सकारात्मक न होकर नकारात्मक पक्ष में बढ़ने लगी , जिसकी वजह से वह 90 के दशक में ऑस्ट्रेलिया के हैकर्स में गिना जाने लगा था. इसके साथ ही साल 2006 में असांज ने विकीलीक्स नामक वेबसाइट की स्थापना की. यह एक ऐसा वेबसाइट था जो सरकार के लीक दस्तावेजों को प्रकाशित करता था. इस कार्य के दौरान साल 2010 में अमेरिकी सेना की पूर्व सैनिक चेल्सिया मैनिंग ने अमेरिकी सेना से जुड़े खुफिया दस्तावेज लीक किए, जिसे असांजे ने विकीलीक्स पर प्रकाशित किया गया था. असांजे का नाम इसके बाद पूरी दुनिया में चर्चा में आ गया.

सैन्य दस्तावेजों का किया था लीक

हालांकि, जिन दस्तावेजों को असांजे ने लीक किए थे उनमें अमेरिकी सेना पर गंभीर युद्ध में अपराध के गंभीर आरोप लगाए गए थे. अमेरिकी सेना के जवानों पर भी बलात्कार के आरोप लगते थे. साथ ही इसमें 2007 का अमेरिकी सेना का एक वीडियो भी शामिल था. उस वीडियो में अमेरिकी सेना को अपाचे हेलीकॉप्टर से बगदाद (इराक) में हमला करते हुए दिखाया गया था. उस हमले में 11 लोग मारे गए, जिनमें से दो पत्रकार भी थे. इस वीडियो को लीक होने पर दुनिया भर में अमेरिकी सेना का काफी नाम खराब हुआ था. हालांकि अमेरिका ने उक्त सभी आरोपों से इनकार कर दिया था.

दूसरी ओर खुफिया दस्तावेज लीक होने के बाद अमेरिकी सरकार ने पूर्स सैनिक चेल्सिया मैनिंग पर आपराधिक मामला चलाया और उसे जेल में डाल दिया. इसके बाद अमेरिका की ओबामा सरकार ने मैनिंग की सजा की सीमा कम कर दी थी. साल 2016 में विकीलीक्स दुबारा से चर्चा में आया जब अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के ईमेल विकीलीक्स में प्रकाशित किए गए. अमेरिका का दावा है कि रूस के खुफिया विभाग ने ये ईमेल चोरी करके अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप किया है.

किस आरोप के चलते असांजे जेल में थे कैद ?

स्वीडन ने 2010 में असांजे के खिलाफ दो महिलाओं का यौन शोषण करने के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. जब ब्रिटेन की अदालत असांजे को स्वीडन प्रत्यर्पित करने की याचिका पर सुनवाई कर रही थी तो, उसने लंदन में इक्वाडोर सरकार के दूतावास में राजनीतिक शरण ले ली. असांजे करीब सात वर्षों तक इक्वाडोर के दूतावास में राजनीतिक शरणार्थी के रूप में रहे थे. इसके बाद स्वीडन सरकार ने 2017 में असांजे पर लगे आरोपों को वापस ले लिया. हालांकि, इसके बाद साल 2019 में इक्वाडोर दूतावास के अधिकारियों से संबंध बिगड़ने पर असांजे को राजनीतिक शरणार्थी का दर्जा वापस ले लिया गया. इसके बाद लंदन पुलिस ने इक्वाडोर के दूतावास से बाहर निकलते ही असांजे को अमेरिका की मांग पर गिरफ्तार कर लिया .

इसके साथ ही ब्रिटेन जेल में तकरीबन पांच साल तक बंद रहने के दौरान असांजे के परिवार ने आरोप लगाया है कि, इस कैद से विकीलीक्स के फाउंडर को शारीरिक और मानसिक गिरावट का सामना करना पड़ा है. इसके बाद साल 2021 में ऑस्ट्रेलिया की संसद में एक प्रस्ताव पास करके अमेरिका और ब्रिटेन की सरकार द्वारा असांजे को ऑस्टेलिया वापस भेजने की मांग की थी. 2021 के अप्रैल में जो बाइडन ने बताया था कि अमेरिकी सरकार असांजे पर लगाए गए आरोपों को वापस लेने पर विचार कर रही है. हालांकि, असांजे की रिहाई का कारण स्पष्ट नहीं है.

किस समझौते के बाद हुई असांजे की रिहाई ?

अमेरिका और विकीलीक्स के संस्थापक के बीच हुए एक समझौते के अनुसार असांजे ने अपने ऊपर लगे जासूसी आरोपों को मान लिया है. समझौते के अनुसार, असांजे को 62 महीने की जेल की सजा सुनाई गई, जो वह पहले ही ब्रिटेन की जेल में काट चुका है. समझौते के अंतर्गत बुधवार को अंसाजे को अमेरिका के उत्तरी मारियान द्वीप साइपन स्थित कोर्ट में पेश किया गया था, जहां उसे दोषी करार दिया गया. जूलियन असांजे को दोषी ठहराया गया और सजा सुनाई गई तो वह ऑस्ट्रेलिया चला गया.

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क्या है विकीलीक्स ?

विकीलीक्स नामक वेबसाइट देशों, सरकारों और उनकी नीतियों के बारे में महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी इंटरनेट पर साझा करती है, जो आम तौर पर आम जनता को नहीं मिलती है. और यह वेबसाइट ऐसी ही एक खुफिया जानकारी साझा करने के लिए चर्चा में आय़ी थी जिसमें विकीलीक्स ने अमेरिकी सैन्य दस्तावेजों को ‘अफगान वॉर डायरी’ के नाम से सार्वजनिक किया था. अमेरिका से हुए समझौते के तहत सोमवार को असांजे को ब्रिटेन की हाई-सिक्योरिटी बेलमार्श जेल से रिहाई मिल गई.

 

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