नई दिल्ली : अब होटल आदि में जाने के लिए भी Arogya Setu App फोन में रखना होगा।
पर्यटन मंत्रालय द्वारा तैयार मसौदा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) यदि कार्यान्वित की जाती है तो होटलों में ठहरने वाले मेहमानों और स्टाफ को नए दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
दैनिक तापमान की जांच होगी
इसके मुताबिक, जैसे ही लॉकडाउन प्रतिबंधों में छूट दी जाएगी और आने वाले दिनों में होटल सेवाएं फिर से शुरू होंगी तो मेहमानों के लिए आरोग्य सेतु एप rogya Setu App डाउनलोड करने की सिफारिश की जा सकती है। इसके साथ ही मेहमानों और कर्मचारियों के दैनिक तापमान की जांच भी की जाएगी।
चेक-इन के दौरान मेहमानों को परखा जायेगा
‘कोविड-19 के बाद के प्रोटोकॉल फॉर हाउसिंग यूनिट्स’ के लिए तैयार मसौदे को अंतिम रूप दिया जाना अभी बाकी है, जो बताता है कि प्रॉपर्टी के कर्मचारियों के पास सर्वेक्षण के लिए Arogya Setu App होगा और चेक-इन के दौरान मेहमानों के लिए इसका पालन किया जाएगा। उद्योग जगत के लोगों ने सुझाव दिया है कि यदि सरकार इसे अनिवार्य नहीं करती है, तो मेहमानों के लिए Arogya Setu App की जरूरत से बचा जा सकता है।
हर दिन तापमान की जांच
प्रस्तावित एसओपी के अनुसार, होटल के कर्मचारियों और प्रत्येक अतिथि को हर दिन तापमान की जांच से गुजरना होगा साथ ही Arogya Setu App भी रखना होगा।
कहा गया है, “दैनिक तापमान को सभी कर्मचारियों के सदस्यों और प्रत्येक अतिथि के लिए एक थर्मल गन थर्मामीटर से जांचना है।”
यह प्रस्तावित किया गया है कि होटल और अतिथि के कमरे में किसी भी आगंतुक को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। हालांकि, उद्योग जगत ने सुझाव दिया है कि अतिथि जिन मंजिलों पर हैं, उनमें आगंतुकों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
2 मीटर की दूरी रहेगी
एसओपी ने कहा कि मेहमानों से अनुरोध किया जाना चाहिए कि उनके बीच 2 मीटर की दूरी रहे। सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने के लिए फर्श पर खड़े होने वाले स्थान पर चिन्ह बनाए जाएं।
रिसेप्शन पर किसी भी भीड़ से बचने और अतिथि के साथ न्यूनतम संपर्क बनाए रखने के लिए कमरों को जल्द से जल्द तैयार रखा जाना चाहिए व फोन में Arogya Setu App डाउनलोड करना अनिवार्य होगा।
स्वयं-घोषणा प्रपत्र अतिथि को देना होगा
अतिथि का विवरण, यात्रा के इतिहास और चिकित्सा स्थिति के साथ-साथ आईडी और स्वयं-घोषणा प्रपत्र को अतिथि द्वारा समय पर रिसेप्शन पर प्रदान की जानी चाहिए।
हाउसकीपिंग स्टाफ को भी कमरे की सफाई या अन्य हिस्सों की गहरी सफाई करते समय जहां भी जरूरत हो मास्क या पीपीई पहनना होगा।
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