कूनो नेशनल पार्क में एक और मादा चीतें की मौत, अब तक 9 चीतों की मौत
मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक और मादा चीतें (त्बिलिसी) की मौत हो गई है. बता दें कि इन सभी चीतों को पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले इस पार्क में नामीबिया से लाए गए चीतों को छोड़ा था. इसके बाद और चीते लाए गए जिन्हें विशेष देखभाल में रखा जा रहा था. से शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीता ‘सूरज’ की मौत हो गई है. लेकिन, 11 महीने के अंदर इस पार्क में अलग-अलग कारणों से 3 शावकों समेत 9 चीतों की मौत हो चुकी है.
मिली जानकारी के अनुसार, कूनो नेशनल पार्क के देख-रेख करने वाले पिछले दो दिन से मादा चिता की तलाश में लगे हुए थे. दो दिन की जद्दोजहद के बाद तिब्लिसी (धात्री) की लाश बरामद की गई है. इसे भी नामीबिया से लाकर इस पार्क में छोड़ा गया था. इस मादा चीता की मौत का कारण फिलहाल सामने नहीं आया है. इस मामले में प्रिंसिपल चीफ कंजरवेटर ऑफ फोरेस्ट असीम श्रीवास्तव ने मादा चीता के मरने की पुष्टि की है.
इससे पहले हो चुकी 8 चीतों की मौत…
बता दें कि मादा चीता त्बिलिसी से पहले कूनो नेशनल पार्क में 8 और चीतों की मौत हो चुकी है. इनमें तीन छोटे शावक भी शामिल हैं. इस मामले में कोर्ट में एक याचिका भी दायर की गई थी, जिसके जवाब में सरकार की ओर से कहा गया है कि अब तक जितने भी चीते मरे हैं, उनकी मौत प्राकृतिक तरीके से हुई है, इसलिए इसमें चिंता की कोई बात नहीं है. हालांकि, सरकार की ओर से दिए गए जवाब में यह भी कहा गया है कि मामले में एहतियात बरतने की जरूरत है.
बाहर से लाए गए 20 चीते…
आपको बता दें कि भारत में विलुप्त हो चुके चीतों के पुनर्वास के लिए सरकार ने पहल की थी और अब तक 20 चीतों को नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाया गया थ. सभी चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ दिया गया. इसके बाद एक मादा चीता ने 4 बच्चों को जन्म दिया. इस वजह से कुछ संख्या 24 हो गई थी. लेकिन इनमें से अब तक 3 शावक और 6 वयस्क चीतों की मौत हो चुकी है.
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