गांधी परिवार की अमानत है अमेठी, केएल शर्मा बोले- जो आजादी के बाद पैदा हुए वे गांधी परिवार का इतिहास नहीं जानते
उत्तर प्रदेश की अमेठी लोकसभा सीट यूपी की सबसे चर्चित सीटों में शुमार है. पहले इस सीट से राहुल गांधी चुनाव जीतकर संसद पहुंचते थे, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति ईरानी ने उन्हें हराकर कांग्रेस का किला मानी जाने वाली अमेठी पर सियासी कब्जा कर लिया. इस बार अमेठी से कांग्रेस ने केएल शर्मा को चुनावी समर में उतारा है. कांग्रेस प्रत्याशी किशोरी लाल शर्मा ने कहा कि इस सीट पर कांग्रेस के हार स्वीकार करने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दावे से अहंकार की बू आती है. उन्होंने जोर देकर कहा कि लोकसभा चुनाव में उनकी जीत गांधी परिवार की जीत होगी.
सोनिया गांधी ने 1999 में जीत दर्ज की
केएल शर्मा ने कांग्रेस नेता सतीश शर्मा का उदाहरण दिया, जिन्होंने 1990 के दशक में अमेठी से चुनाव लड़ा था और इस सीट पर सोनिया गांधी के राजनीतिक सफर की शुरुआत की नींव रखी थी. उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में इस तरह के हालात बनते हैं तो वह भी गांधी परिवार के किसी सदस्य के लिए ऐसा ही करेंगे.
सतीश शर्मा ने 1991 और 1996 में अमेठी सीट पर दर्ज की थी लेकिन 1998 में उन्हें हार का सामना करना पड़ना था. इसके बाद उन्होंने रायबरेली का रुख किया और सोनिया गांधी ने 1999 में अमेठी से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की.
इस बार राहुल गांधी रायबरेली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं जबकि गांधी परिवार के करीबी माने जाने वाले किशोरी लाल शर्मा अमेठी से चुनाव मैदान में हैं.
केएल शर्मा रायबरेली और अमेठी दोनों सीट पर सांसद प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर चुके हैं. गांधी परिवार के सदस्य के बजाय किशोरी लाल शर्मा को चुनाव मैदान में उतारकर कांग्रेस द्वारा अमेठी से हार स्वीकार किए जाने के भाजपा के दावे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, यह उनका (भाजपा) अहंकार है, जो बोल रहा है कि सीट पर हमने हार स्वीकार कर ली. 20 मई को जनता इसका जवाब देगी और नतीजा चार जून को सामने होगा.
वे गांधी परिवार का इतिहास नहीं जानते हैं
शर्मा ने अमेठी से हार के डर के कारण राहुल गांधी के मैदान छोड़कर भागने के भाजपा के तंज पर कहा कि जो आजादी के बाद पैदा हुए हैं वे गांधी परिवार का इतिहास नहीं जानते हैं. गांधी परिवार (नेहरू-गांधी परिवार) न तो अंग्रेजों के वक्त भागा था और न ही अब भागा है और न ही भविष्य में ऐसा करेगा. हम दूसरों को भगाते हैं. राहुल पूरे देश का भ्रमण कर रहे हैं और भाजपा को भगाने में जुटे हैं.
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रायबरेली सीट से भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह द्वारा शर्मा को गांधी परिवार का चपरासी और प्रियंका गांधी का क्लर्क कहे जाने के बारे में कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा नेताओं को उनके परिवार से जो भी संस्कार मिले होंगे वे उनके पास हैं.
अमेठी गांधी परिवार की अमानत
अमेठी को गांधी परिवार की अमानत बताने की उनकी टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि उन्होंने 41 वर्षों से ज्यादा समय तक रायबरेली और अमेठी निर्वाचन क्षेत्रों में बिताया है. यहां रहने वाले हर एक व्यक्ति के जेहन में गांधी परिवार बसता है. केएल शर्मा ने कहा, अगर मैं निर्वाचित होता हूं तो मैं सांसद के रूप में काम करूंगा और गांधी परिवार की ’अमानत’ को सुरक्षित रखूंगा.