ये हैं भारत के अजब-गजब मंदिर, कहीं शराब-सिगरेट का चढ़ावा तो कहीं बाटी-चोखा और चाउमीन का भोग
देश भर के विभिन्न राज्यों में अनेकों भगवान के मंदिर स्थापित हैं. इन मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए दूर-दूर से काफी श्रद्धालु आते हैं. यूपी के कई जिलों समेत तमिलनाडु और कोलकाता में कुछ ऐसे खास भगवान भी हैं, जिन्हें भोग और चढ़ावे में अजीबोगरीब चीजें चढ़ाई जाती हैं. जिसमें शराब, सिगरेट, गोलगप्पा, टॉफी, बिस्कुट, डोसा और चाउमीन, बाटी चोखा का भोग चढ़ता है. इन चीजों को प्रसाद के रूप में भक्तों को वितरित भी किया जाता है.
अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने बताया ‘अलग-अलग जगहों पर भगवान को लोक आस्था, परंपरा और संस्कृति के हिसाब से उन्हें भोग लगाया जाता है.’
विद्वान स्वामी कन्हैया महाराज ने बताया ‘विभिन्न मंदिरों की अलग-अलग मान्यता है, जिसके मुताबिक, भगवान को भक्त भाव और समर्पण के हिसाब से भोग और प्रसाद चढ़ाते हैं.’
वाराणसी का काशी विश्वनाथ मंदिर…
महादेव की नगरी काशी में स्थापित बाबा विश्वनाथ के मंदिर में उन्हें पान और गोलगप्पे का भोग लगाया जाता है. सभी पहर की आरती में बाबा विश्वनाथ को पान चढ़ता है. जबकि शाम के वक्त होने वाली आरती में उन्हें गोलगप्पा चढ़ाया जाता है. हालांकि, इन चीजों के इतर उन्हें लड्डू, मेवा, पेड़ा, भांग आदि का भोग भी हर दिन लगता है.
वाराणसी का प्राचीन काल भैरव मंदिर…
यूपी के वाराणसी में बाबा काल भैरव का प्राचीन मंदिर है. इस मंदिर में बाबा को शराब का भोग लगाया जाता है. इसके साथ ही भक्तों में इस प्रसाद का वितरण भी होता है. सैकड़ों साल से ये परंपरा चली आ रही है. शराब के अलावा, यहां बाबा को पेड़ा, मेवे आदि का भोग भी लगता है.
वाराणसी का बटुक भैरव मंदिर…
यूपी के वाराणसी में कमच्छा क्षेत्र में बटुक भैरव का मंदिर है. इस मंदिर में बाबा को टॉफी, बिस्कुट, चॉकलेट और लॉलीपॉप का भोग लगाया जाता है. कई भक्त यहां फूल माला के बजाय इन सामानों को लेकर ही बाबा के चौखट पर आते हैं और उन्हें इसका प्रसाद चढ़ाते हैं. मंदिर की ओर से भक्तों को ये प्रसाद स्वरूप वितरित भी किया जाता है. बटुक भैरव बाल अवतार में हैं, इसलिए उन्हें इन चीजें चढ़ाई जाती हैं.
अयोध्या का रामलला मंदिर…
यूपी के अयोध्या में रामलला को भी रबड़ी का भोग लगाया जाता है. वर्ष 2022 से ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने इस नई परंपरा की शुरुआत की है. इसके पहले बाल भोग के दौरान उन्हें मिश्री, छुवारा, किसमिस के साथ पेड़े का भोग भी लगता था, लेकिन अब रामलला रबड़ी का स्वाद चख रहे हैं.
अयोध्या का हनुमान मंदिर…
यूपी के अयोध्या में सरयू तट के करीब राजघाट में हनुमान जी का ऐसा मंदिर है, जहां हर रोज बाटी-चोखा का भोग लगाया जाता है और फिर इसे ही प्रसाद स्वरूप वितरित किया जाता है. खास बात ये है कि इस बाटी-चोखा में लहसुन प्याज का इस्तेमाल नहीं होता है. इस हनुमान मंदिर के पुजारी बाटी बाबा के नाम से प्रसिद्द भी हैं.
मेरठ का धन्ना बाबा मंदिर…
यूपी के मेरठ में धन्ना बाबा का मंदिर है. लगभग 400 साल पुराने इस मंदिर में सिगरेट का भोग लगाया जाता है.ये मंदिर मेरठ के कंकरखेड़ा में स्थापित है. मान्यता है कि जो भी इस मंदिर में सिगरेट जलाकर अपनी मुरादे मांगता है, वो पूरी होती है. गिराहा समाज के इस मन्दिर में दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं.
कोलकाता का चाइनीज काली माता मंदिर…
कोलकाता के टांगरा में चाइनीज काली माता का मन्दिर है. यहां देवी को चाइनीज नूडल्स, सूप और चावल का भोग लगाया जाता है. इस मंदिर में दर्शन के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं और उन्हें प्रसाद में यही चीजें वितरित की जाती हैं.
तमिलनाडु का अलागार मंदिर…
तमिलनाडु के मदुरै में भगवान विष्णु का अलागार मंदिर स्थापित है. इस मंदिर में हर दिन भगवान को डोसा का भोग लगाया जाता है. इसके अलावा भक्तों में प्रसाद स्वरूप इसका वितरण भी होता है.ये मंदिर बेहद फेमस है.
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