पीएम मोदी के किसान सम्मान पर मायावती और अखिलेश ने दिया ये जवाब
प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने आज रविवार को गोरखपुर में किसानों को करोड़ों की सौगात दी। इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती ने पीएम पर पलटवार किया है।
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गरम है और पीएम नरेंद्र मोदी ने जब उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की तो उन्होंने किसानों की माली हालत के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया।
किसान अन्नदाता जो सारे देश का पेट भरता है आज सरकार की नीतियों की वजह से क़र्ज़ और सूद में जकड़ा हुआ है। केंद्र में सरकार बनते ही पहला काम: 100% क़र्ज़ा माफ़ करेंगे। फिर ऐसी नीतियाँ लाएँगे जिनसे किसान का विकास हो ।अब #स्वर्णिम_क्रांति का समय है।#GoldenRevolution
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 24, 2019
साथ ही पीएम ने इस चर्चित योजना के लिए अपनी सरकार की पीठ भी थपथपाई। पीएम के तंज पर अब यूपी के दो प्रमुख दलों (समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी) के प्रमुखों ने बीजेपी और पीएम पर पलटवार किया है।
Giving @ Rs 17 per day to few farmers just before Lok Sabha elections is pure hoodwinking. BJP reflects poor in their thinking towards farmers and solving their misery. BJP misused govt power & machinery in a brazen manner and still not hesitating.
— Mayawati (@Mayawati) February 24, 2019
समाजवादी पार्टी के चीफ और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, ‘किसान अन्नदाता जो सारे देश का पेट भरता है, आज सरकार की नीतियों की वजह से कर्ज और सूद में जकड़ा हुआ है। केंद्र में सरकार बनते ही पहला काम 100 फीसदी कर्ज माफ करेंगे। फिर ऐसी नीतियां लाएंगे, जिनसे किसान का विकास हो। अब स्वर्णिम क्रांति का समय है।’
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एसपी अध्यक्ष ने आगे लिखा कि किसानों पर संकट एक राष्ट्रीय संकट है और इसके लिए राष्ट्रीय समाधान की जरूरत है। कोई भी अकेले इसे नहीं बदल सकता है। हम हर जगह किसानों के साथ खड़े हैं। हम हर किसान के लिए ऐसी योजना लाएंगे, जिनसे उनका भला हो।
लोकसभा चुनाव के समय किसान सम्मान निधि को नोटबंदी व जीएसटी की तरह अपरिपक्व तौर पर लागू करके किसानों को मात्र 17 रु प्रतिदिन देना बीजेपी की छोटी सोच का द्योतक। सत्ता का लगातार दुरुपयोग करने वाली मोदी सरकार अभी भी सही लाइन पर नहीं आ रही है।…2/2
— Mayawati (@Mayawati) February 24, 2019
केंद्र पर बरसीं मायावती
वहीं मायावती ने ट्वीट किया, ‘किसान सम्मान के नाम पर कुछ किसानों को मात्र 500 रुपये हर महीने देना खुला अपमान है। किसान सबसे बड़ा मेहनतकश समाज है। इनको मात्र थोड़ी सी सरकारी मदद देने की बीजेपी सरकार की सोच अनुचित और अहंकारी है। किसानों को फसल का लाभकारी मूल्य चाहिए, जिसपर बीजेपी ने वादाखिलाफी की।’
लोकसभा चुनाव के समय किसान सम्मान निधि को नोटबंदी व जीएसटी की तरह अपरिपक्व तौर पर लागू करके किसानों को मात्र 17 रु प्रतिदिन देना बीजेपी की छोटी सोच का द्योतक। सत्ता का लगातार दुरुपयोग करने वाली मोदी सरकार अभी भी सही लाइन पर नहीं आ रही है।…2/2
— Mayawati (@Mayawati) February 24, 2019
बीएसपी प्रमुख ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय किसान सम्मान निधि को नोटबंदी और जीएसटी की तरह अपरिपक्व तौर पर लागू करके किसानों को मात्र 17 रुपये प्रतिदिन देना बीजेपी की छोटी सोच है। सत्ता का लगातार दुरुपयोग करने वाली मोदी सरकार अभी भी सही लाइन पर नहीं आ रही है।
‘योजना के बारे विरोधियों ने सुना तो चेहरे लटक गए’
इससे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने गोरखपुर में ‘ किसान सम्मान निधि योजना’ को लॉन्च करते हुए एक तरफ किसानों को संबोधित किया तो दूसरी तरफ विपक्ष पर भी तीखे वार किए। पीएम मोदी ने स्कीम के फायदे गिनाते हुए कहा कि इस योजना के बारे में जब हमारे विरोधियों ने संसद में सुना तो चेहरे लटक गए थे। महामिलावटी लोग परेशान हो गए और अब अफवाहें फैला रहे हैं। मुझे लगता है कि यह उनका जन्मजात स्वभाव है। अब उन्होंने ऐसी अफवाह चालू की है कि मोदी ने अभी 2,000 रुपये दिए हैं, फिर देगा, लेकिन साल भर के बाद इसे वापस ले लेगा।
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