अमेरिकी सेना ने आतंकवादी संगठन अलकायदा के सरगना अयमान अल जवाहिरी को ढेर कर दिया है. सेना ने काबुल में ड्रोन स्ट्राइक के जरिए इस मिशन को अंजाम दिया. जवाहिरी की मौत की पुष्टि खुद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने की. इस मिशन की सबसे खास थी कि बिना किसी धमाके और किसी को नुकसान पहुंचाए बिना ही अमेरिका ने जवाहिरी को मौत के घाट उतार दिया. बता दें जवाहिरी ने भारत को दहलाने की पूरी साजिश कर रखी थी और 7 जून, 2022 को भारत के कई राज्यों में बम धमाके करने की धमकी दी थी. जिसका जवाहिरी ने खुलेआम ऐलान भी किया था.
दरअसल, जून, 2022 में भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर दिए विवादित बयान को लेकर दुनिया भर में भूचाल आ गया था. नुपुर के बयान के बाद 7 जून को जवाहिरी की अगुआई वाली आतंकी संगठन अलकायदा ने भारत में आत्मघाती हमले की धमकी दी. अलकायदा ने बम धमाके कर हिंदुओ को मारकर पैगंबर की बेअदबी का बदला लेने का ऐलान किया था. पत्र में दिल्ली, मुंबई, यूपी और गुजरात जैसे राज्यों में हमले करने की धमकी दी गई थी.
रविवार को जवाहिरी काबुल स्थित अपने घर की बालकनी में आया और जैसे ही वो बालकनी में दिखा तो अमेरिकी सेना ने ड्रोन से अटैक कर दिया. इसके बाद 48 घंटे तक पूरी दुनिया से अमेरिका ने इस खबर को इसलिए छिपाए रखा, क्योंकि वो पूरी तरह से तसल्ली करना चाहता था कि ये हमला सफल है या नहीं. जब अमेरिकी सेना को पता चला कि जवाहिरी मारा गया है.
इसके बाद राष्ट्रपति बाइडेन ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरी दुनिया को इस ऑपरेशन की जानकारी दी. अपने संबोधन में जो बाइडन ने कहा कि सटीक हमले में जवाहिरी के परिवार के सदस्यों के अलावा किसी अन्य नागरिक को कोई नुकसान नहीं हुआ.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जवाहिरी की मौत की फोटोज में न ही किसी विस्फोट के निशान मिले और न ही किसी खून-खराबे के. इसके बावजूद सीआईए ने इस मिशन को अंजाम दिया. दरअसल, ड्रोन हमले के लिए अमेरिका ने अपनी खतरनाक हेलफायर आर9एक्स मिसाइल का इस्तेमाल किया. यह मिसाइल अन्य मिसाइलों की तरह विस्फोट नहीं करती. बल्कि, इसके अंदर से ब्लेड्स निकलते हैं, जो टारगेट पर सटीक निशाना लगाते हैं. हेलफायर मशीन को काफी घातक और टारगेट पर सटीक निशाना लगाने के लिए ही पहचाना जाता है. इससे आसपास के लोगों को कोई चोट नहीं पहुंचती है.