प्लास्टिक व्यापारी का अपहरण कर हत्या के बाद लाश को टुकड़ों में काटकर फेंका
मुख्य हत्यारोपित हाजी साजिद ने नौ मई को मस्जिद में खुद को गोली मारकर कर ली थी खुदकुशी
दालमंडी के प्लास्टिक व्यापारी दावर बेग का अपहरण कर हत्या के मामले में लक्सा पुलिस और एसओजी ने आरोपित चंद्रिका राम को गिरफ्तार कर लिया. चंद्रिका राम बिहार के भभुआ जिले के चैनपुर थाना क्षेत्र के मूडी गांव का निवासी है. पुलिस ने सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर उसे लंका थाना क्षेत्र के विश्व सुंदरी पुल के पास से गिरफ्तार किया. गौरतलब है कि पिछले नौ मई की दोपहर भेलूपुर थाना क्षेत्र के कंकड़हवा वीर मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी हाजी साजिद अली उर्फ बबलू (50) ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली थी. दावर बेग के अपहरण और हत्या का मुख्य आरोपित वही था. चंद्रिका राम उसके यहां काम करता था. दावर की हत्या लेन-देन के विवाद में की गई थी. व्यापारी की नृशंसता से हत्या के बाद जब साजिद ने खुद को घिरता हुआ देखा तो खुदकुशी कर ली थी.
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डीसीपी काशी जोन चंद्रकांत मीणा ने शुक्रवार को हत्यारोपित को मीडिया के सामने पेश कर घटना का खुलासा किया. बताया कि चेतगंज थाना क्षेत्र के काजीपुरा कला कालीमहाल के जावेद अहमद ने आठ मई को सूचना दी कि उसके बड़े भाई दावर बेग 7 मई को शाम 4.30 बजे मोटरसाइकिल लेकर नईसड़क स्थित दुकान के लिए माल लेने के लिए पड़ाव गये थे. काफी देर बाद भी नही लौटे तो उनकी तलाश की गई. जब कोई पता नही चला तो लक्सा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई.
विश्वसुंदरी पुल के पास मिले दोनों पैर, धड़ मिर्जापुर में, सिर गायब
मामले की जांच के दौरान पुलिस टीम ने आरोपित चंद्रिका राम को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पता चला कि उसने कटेसर पड़ाव-रामनगर रोड स्थित गोदाम में व्यापारी दावर बेग की निर्ममता से हत्या कर शव को टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगह छिपा दिया था. पुलिस ने उसकी निशानदेही पर अपहृत व्यापारी के शरीर के दो पैर विश्व सुंदरी पुल के पास की झाड़ी से बरामद किये. इसके बाद व्यापारी का धड़ मिर्जापुर जिले के रायपुरिया नारयनपुर डिवाइडर हाजी पट्टी के बगल की नाली से बरामद हुआ. हत्यारोपित चंद्रिका राम ने बताया कि उसने व्यापारी का सिर काटकर गंगा नदी में फेंक दिया था. पुलिस व्यापारी का सिर बरामद नही कर सकी है.
कटेसर गोदाम में राड से हत्या कर लाश को बांका से काटा
चंद्रिका राम ने पुलिस ने बताया कि हमलोग दावर बेग को पड़ाव से कटेसर स्थित गोदाम में ले गये. हमारे साथ हाजी साजिद अली उर्फ बबलू भी था. हमलोगों ने राड से मारकर दावर बेग की हत्या कर दी. इसके बाद उसके शरीर को बांका से काटकर उसके टुकड़ों को अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया. हत्यारोपित को गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में लक्सा थानाध्यक्ष मनोज कुमार कोरी, एसआई आलोक सिंह यादव, पवन कुमार गुप्ता, घनश्याम गुप्ता, शिवम यादव, कांस्टेबल दिलीप कुमार, संदीप कुमार रहे.
हाजी साजिद ने चंद्रिका के साथ दावर बेग का किया था अपहरण
कभी मंडुवाडीह तो कभी खजुरी में किराये का आवास लेकर रहनेवाला बिल्डिंग मैटेरियल कारोबारी साजिद अली उर्फ बबलू शातिर किस्म का था. उसकी हरकतों के कारण उसके परिवार से उसकी नही पटती थी. दालमंडी प्लास्टिक कारोबारी 54 वर्षीय दावर बेग से साजिद की जान पहचान थी. दोनों में लेन-देन का विवाद था. साजिश के तहत पिछले सात मई को साजिद ने दावर बेग को फोन किया. कहाकि पड़ाव में प्लास्टिक का माल आया है. एक करोड़ में सौदा पट जाएगा. दावर बेग ने कहाकि इतने रूपये नही हैं, तो साजिद ने कहाकि कुछ कम करा देंगे. माल देख लो. इसके बाद दावर बेग शाम को मोटरसाइकिल लेकर पड़ाव चले गये और फिर दावर का अपहरण कर लिया गया. औरंगाबाद क्षेत्र में रहनेवाले परिजनों ने उसी दिन लक्सा थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी थी. पुलिस दावर बेग की तलाश कर रही थी तभी साजिद ने नौ मई को मस्जिद में खुदकुशी कर ली. जब इसकी जानकारी दावर के परिवार को हुई तो उन्होंने बताया कि दावर बेग को उसी ने फोन कर पड़ाव के लिए बुलाया था. पुलिस साजिद की खुदकुशी और दावर बेग की गुमशुदगी की कड़ी जोड़ने लगी तो चंद्रिका पर संदेह गहराया. लेकिन चंद्रिका भाग निकला. पुलिस टीम ने सर्विलास से लोकेशन लेकर उसे दबोचा तो सारे भेद खुले.