यूपी: दिनेश खटीक के इस्तीफे वाले पत्र का असर, जल शक्ति विभाग में कामों का हुआ बंटवारा
यूपी के जलशक्ति विभाग में राज्यमंत्री दिनेश खटीक के इस्तीफे वाले पत्र का असर दिखाई देने लगा है. स्वतंत्र देव सिंह ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश के साथ ही विभाग में कार्यों का बंटवारा भी कर दिया है. दिनेश खटीक को पश्चिम और बुंदेलखंड की जिम्मेदारी मिली है और रामकेश निषाद को लखनऊ सहित 9 मंडल दिए गए हैं. इसके अलावा उनको बांध, जलाशय के साथ ही अन्य योजनाओं के निरीक्षण और समीक्षा का काम दिया गया है. साथ ही पीडब्ल्यूडी समेत कई और विभागों में भी दोनों राज्यमंत्रियों को काम बांट दिया गया है.
गुरुवार को प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन की ओर से आदेश में राज्यमंत्री दिनेश खटीक को सहारनपुर, मेरठ, आगरा, अलीगढ़, बरेली, मुरादाबाद के साथ ही झांसी, चित्रकूट धाम और कानपुर मंडलों में सिविल यांत्रिक संगठन के राजस्व अधिष्ठान और शासन को संदर्भित समूह ‘ग’ के कर्मचारियों के वह प्रकरण जिनमें अपील और दंड से सम्बन्धित कामों की जिम्मेदारी सौंपी गई. वहीं दूसरे जलशक्ति राज्यमंत्री रामकेश निषाद को लखनऊ, प्रयागराज, आजमगढ़, देवीपाटन, बस्ती, गोरखपुर, वाराणसी, फैजाबाद और विंध्याचल मंडलों की जिम्मेदारी दी गई है.
बता दें कि जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक की ओर से 19 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा गया एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने खुद की उपेक्षा और विभाग में कोई अधिकार और काम आवंटित न किए जाने का मुद्दा उठाया था. दिनेश खटीक ने पत्र में लिखा था कि विभाग में हुए तबादलों के बारे में मांगने के बावजूद विभागाध्यक्ष की ओर से उन्हें कोई जानकारी नहीं उपलब्ध कराई गई. उन्होंने प्रमुख सचिव सिंचाई एवं जल संसाधन अनिल गर्ग को फोन किया तो उन्होंने भी पूरी बात सुने बिना ही बीच में फोन काट दिया.
दिनेश खटीक के पत्र को लेकर दो-तीन दिन तक यूपी के सियासी गलियारों में अटकलों का बाजार गर्म रहा. बाद में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और अन्य मंत्री-अधिकारियों के साथ बैठक कर मामले का पटाक्षेप कराया.