…आखिर आतिशी को क्यों बनाया जा रहा दिल्ली का CM, जानें वजह…
आतिशी को क्यों CM के लिए आगे किया गया
Delhi CM Atishi: दिल्ली को आतिशी की रूप में नया मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है. विधायक दल की बैठक में आतिशी के नाम पर मोहर लग गई है. आतिशी को मिली इतनी बड़ी जिम्मेदारी कोई हैरान करने वाली नहीं है क्योंकि इससे पहले आतिशी एक साथ 14 मंत्रालय संभाल चुकी हैं. इस पद के लिए उन्हें चुने जाना कई बड़े मायनों में है.
तो आइये जानते है आतिशी को क्यों CM के लिए आगे किया गया…
आतिशी के पास सबसे ज्यादा मंत्रालय…
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार में सबसे ज्यादा मंत्रालय अगर किसी के पास थे तो वह थी आतिशी. वहीं कहा जाता है कि जिस मंत्री के पास ज्यादा मंत्रालय होते हैं उससे ही पार्टी में उसकी अहमियत तय होती है. यही बात अगर आतिशी को लेकर की जाये तो उनके पास 14 मंत्रालय थे.
जेल में बड़े नेता के बाद बुलंद की आवाज…
कहा जाता है कि एक बड़ा नेता होने के लिए बुलंद आवाज और एक अच्छा वक्ता होना जरूरी होता है. जिसको भाषण देना आता हो, जनता की भावनाओं को समझना आता हो ऐसे ही लोगों की सियासी पारी सफल मानी जाती है. इतना ही नहीं चुनाव के बीच पार्टी के बड़े नेताओं के जेल जाने के बीच जिस तरह आतिशी ने पार्टी को संभाल रखा था. मीडिया को सम्बोधित कर रही थी उससे साफ़ था कि उन्होंने पार्टी का मोर्चा संभाल रखा था. कई बार भाजपा ने हमला बोला लेकिन आतिशी ने तर्कों और प्रमाण के आधार पर विरोधी को चित कर दिया.
केजरीवाल के जेल के बाद सुनीता को संभाला…
बता दें कि केजरीवाल के बाद यदि किसी को सीएम बनाया जा एकता है तो इसका संकेत स्वतंत्रता दिवस पर भी मिल गया था क्योंकि जेल में रहते हुए केजरीवाल ने छत्रसाल स्टेडियम में झंडा फहराने के लिए उपराज्यपाल को आतिशी के नाम चिट्ठी लिखी थी. इससे यह साफ़ है कि केजरीवाल आतिशी पर सबसे ज्यादा भरोसा करते हैं. वहीँ, केजरीवाल के जेल में रहते हुए उन्होंने सुनीता को सँभालने में अहम् भूमिका निभाई. हर मंच में उनके साथ दिखी, उनका बचाव किया. इतना ही नहीं उन्होंने एक नेता के अलावा एक सदस्य के रूप में परिवार को बचने की कोशिश की.
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स्वाति मालीवाल केस में आई आगे…
इतना ही नहीं इस समय आम आदमी पार्टी में महिला सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है. जब से पार्टी की राज्यसभा संसद स्वाति मालीवाल ने केजरीवाल के PA विभव कुमार पर आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट हुई है तब से AAP फंसती चली गई. इस मुद्दे को भाजपा ने जोर से उठाया और आप इसमें पीछे दिखी. इस मौके पर भी आतिशी ने मुख़र होखर उनका बचाव किया और कहा कि- AAP कोई महिला विरोधी पार्टी नहीं है जबकि उन्हें सशक्त करने वाली पार्टी है.