बंद रेलवे फाटक से निकलने की कोशिश न करने की तमाम हिदायतों के बावजूद लोग बाज नही आ रहे हैं. जान जोखिम में डालकर रेलवे फाटक को पार करने की कोशिश में मंगलवार को स्कूटी सवार युवक की जान चली गई. वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था. उसकी स्कूटी के परखचे उड़ गये और उसमें आग लग गई. इस हादसे को देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गये. घटना की जानकारी होते ही परिवार में कोहराम मच गया. यह हृदयविदारक घटना वाराणसी के शिवपुर थाना क्षेत्र के गनेशपुर रेलवे क्रासिंग पर हुई. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव की पहचान कराने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
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मां के साथ आया था चाचा के गृह प्रवेश में
जानकारी के अनुसार तरना के निवासी एलआईसी एजेंट रवि प्रकाश मिश्रा ने यमुना नगर कालोनी में नया मकान बनवाया है. उसी का गृह प्रवेश था. इस उपलक्ष्य में रवि प्रकाश के घर रामायण का पाठ चल रहा था. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जौनपुर जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के परेव गांव निवासी रवि प्रकाश के बड़े भाई विनय मिश्रा का 20 वर्षीय इकलौता बेटा आयुष मिश्रा अपनी मां के साथ आया था. सुबह आयुष घर का सामान खरीदने स्कूटी से घोड़हा बाजार जा रहा था. इसी दौरान गणेशपुर रेलवे क्रासिंग से ट्रेन गुजरने वाली थी और फाटक बंद था. आयुष स्कूटी लेकर फाटक के नीचे से अंदर घुसा और लाईन पार करने की कोशिश की. तभी ट्रेन आ गई और स्कूटी समेत युवक ट्रेन की चपेट में आ गया. तेज गति से जा रही ट्रेन की टक्कर से स्कूटी हवा में उछलती हुई कई टुकड़ों में बंट गई और उसमें आग भी लग गई. इसके साथ ही आयुष की मौत हो गई.
बेटे की लाश देख मां हुई बेहोश
सूचना पर पुलिस पहुंची. स्कूटी नम्बर और आसपास के लोगों के जरिए उसकी पहचान हुई. सूचना मिलते ही घर में कोहराम मच गया. पूजा-पाठ बंद हो गया और रोने-बिलखने की आवाजें गूंजने लगीं. मौके पर आयुष की मां राखी मिश्रा और छोटी बहन रिया परिजनों के साथ पहुंची. बेटे के शव को देख कर मां राखी मिश्रा बेहोश हो गईं. परिजनों ने बताया कि आयुष के पिता विनय मिश्रा पंजाब में नौकरी करते हैं. परिवारवाले यह कह रहे थे कि यदि थोड़ा रूक जाता तो उसकी जान बच जाती.